राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने यहां बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा कि वे दलितों और वंचितों की बात नहीं सुनते हैं।
पटना में पत्रकारों से चचार् करते हुए लालू ने जद (यू) के नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक और बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के बयानों को सही ठहराते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार हो या बिहार में नीतीश की सरकार, दोनों आरक्षण समाप्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार दलितों, पिछड़ों की आवाज नहीं सुनती है।
लालू ने कहा, “भाजपा आरक्षण की समीक्षा करने की बात करती है और नीतीश कुमार ‘घुड़की’ मारकर बैठे हुए हैं। नीतीश आरक्षण विरोधी आदमी हैं।”
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने दो दिन पूर्व एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि वंचित समाज को मुख्य धारा में लाने का डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी का जो सपना था, वह देश की आजादी के सात दशक बाद भी पूरा नहीं सका है।
दोनों नेताओं ने कहा कि वंचित समाज आज भी कूड़े के ढेर से अनाज चुनकर पेट की भूख मिटा रहा है। उन्होंने कहा कि आज भी इन लोगों को आरक्षण का सही लाभ नहीं मिल सका है।
इसके बाद जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा है कि किसी भी नेता को अगर कोई परेशानी हो तो उसे पार्टी फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए।