रांची। 18 साल के युवा झारखंड पर सौगातों की बारिश गुरुवार को होती रही। मोरहाबादी मैदान में सीएम रघुवर दास ने न्यू झारखंड की नींव डाली। वहीं राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पूरे झारखंड के ओडीएफ होने की घोषणा की। इस दौरान 2118 लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। वहीं 1100 करोड़ की आधारभूत संरचना से संबंधित योजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन हुआ। साथ ही राज्य के तीन जिलों लोहरदगा, हजारीबाग और देवघर में भी घर-घर बिजली पहुंचने की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में जहां 100 करोड़ की राशि सखी मंडल के बीच बांटी गयी, वहीं 2000 करोड़ का ऋण लाभुकों के बीच वितरित किया गया। अलग-अलग क्षेत्रों के उत्कृष्ट कार्य के लिए 10 विभूतियों को सम्मानित किया गया। शाम को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की महफिल सजी।
सीएम रघुवर दास ने कहा कि आपका विश्वास, आपका भरोसा ही हमारी ताकत है। आपकी उम्मीदों पर खरा उतरना ही हमारा एकमात्र उद्देश्य है। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को भरोसा दिलाता हूं कि झारखंड और तेजी से विकास के पथ पर बढ़ेगा, पूरे देश के लिए हमारा राज्य एक मिसाल होगा। देश के अग्रणी राज्यों में झारखंड की गिनती होगी। हम सब मिलकर सुखी, समृद्ध एवं विकसित झारखंड बनाने की दिशा में कार्य करने का संकल्प लें। हम सब मिल कर एक ऐसे झारखंड का निर्माण करें, जो भ्रष्टाचार, जातिवाद, संप्रदायवाद, वंशवाद से मुक्त हो तथा नागरिकों को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर प्राप्त हो। सीएम ने कहा कि जनता को भरोसा दिलाता हूं कि भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगने दूंगा। मेरे खून में ईमानदारी और सेवा है।
झारखंड की धरती वीर सपूतों की जननी : मुख्यमंत्री ने झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता को भगवान बिरसा मुंडा जयंती और राज्य स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई दी। कहा कि झारखंड के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का जन्म दिवस भी 15 नवंबर को है। इस अवसर पर झारखंड की माटी को गौरवान्वित करनेवाले ऐसे वीर सपूत को नमन करता हूं। झारखंड की धरती ऐसे अनेक वीर सपूतों की जननी रही है, जिनके त्याग और बलिदान की संघर्ष गाथा हमें राष्ट्र और राज्य के लिए कुछ करने की प्रेरणा देती है।
आज का युवा विकास और सिर्फ विकास चाहता है
संबोधन की शुरुआत में सीएम ने एक घटना सुनायी। बताया कि दो दिन पहले ही जमशेदपुर में एक युवक गगनदीप से मिला। उसका जन्म भी झारखंड सृजन के दिन हुआ था। झारखंड और गगनदीप एक साथ युवा हुए हैं। जब गगनदीप से उसकी उम्मीदें जानीं, तो पता चला कि आज का युवा केवल विकास चाहता है। समाज, देश और दुनिया की हर घटना पर उसकी पैनी नजर है। वह हर चीज को अपने नजरिये से देख रहा है। इसलिए विकास कार्यों को लेकर हम सबकी जिम्मेदारी अब और बढ़ जाती है। कहानी सुनाने का एक मकसद है। वह है कि चाहे कुछ हो जाये, हमें विकास के पथ से रत्ती भर भी नहीं डिगना है। आप सभी के सहयोग से जैसे आज झारखंड विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है, अब इसे और तेजी से आगे लेकर जाना है।
अब गर्व से कह सकते हैं : हां, मैं झारखंडी हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि 28 दिसंबर 2014 को राज्य की सेवा की जिम्मेदारी मिली, तबसे लेकर आज तक एक दास के तौर पर सवा तीन करोड़ जनता की सेवा में लगा हूं। कोई आकंडों की बात नहीं करूंगा, लेकिन यह जरूर कहूंगा कि आज न सिर्फ देश बल्कि दुनिया भर में झारखंड की छवि बदल चुकी है। अब कोई झारखंड को भ्रष्टाचार या नक्सलवाद के लिए याद नहीं करता । आज पूरी दुनिया में राज्य के विकास की चर्चा होती है। आज आप गर्व से कह सकते हैं: हां, मैं झारखंडवासी हूं।
लक्ष्य से एक साल पहले ही ओडीएफ हुआ झारखंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही झारखंड की मूलभूत समस्याओं, यथा बिजली, सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, आधारभूत संरचना एवं बेरोजगारी के मामले पर ध्यान केंद्रित किया गया है। गर्व की बात है कि एक साल पहले ही झारखंड को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है। दिसंबर 2018 तक राज्य का हर कोना बिजली से रोशन होगा। पिछले चार साल में 117 नये सब स्टेशन, 40 ग्रिड सब स्टेशन का निर्माण कराया गया है। ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सुधारने के लिए 4.27 लाख किमी ट्रांसमिशन लाइन और 1.41 लाख किमी डिस्ट्रीब्यूशन लाइन का काम खत्म हो चुका है।