रांची। चुनाव में मुंह की खाने के बाद भाजपा को धर्म याद आ गया है। छठ जैसे आस्था के महापर्व में भी भाजपा राजनीति कर रही है। झामुमो के केंद्रीय कार्यालय में मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में ये बातें झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहीं। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व पर राज्य सरकार ने जनता की भावनाओं का ख्याल रखा। जनता की सुरक्षा और स्वस्थ रहने की गारंटी सरकार की पहली प्राथमिकता है। छठ महापर्व को लेकर राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन पर उन्होंने कहा कि सीएम ने इस पर जनभावनाओं के अनुरूप निर्णय ले लिया है। पवित्रता के पर्व में राजनीति उचित नहीं : उन्होंने कहा कि छठ एक विशेष पर्व है और इसमें छठव्रती 72 घंटे तक निर्जला उपवास रखते हैं। यह पवित्रता और आस्था का महापर्व है और इसमेें भी भाजपा गंदी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी गंदी राजनीति के सामने घुटने नहीं टेकेगी। सरकार ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुछ फैसला लिया है। हम नकारात्मक शक्तियों का डटकर मुकाबला करेंगे। कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में हमलोगों ने बड़ी रैलियों से परहेज करने का सुझाव दिया था, पर भाजपा को रैली निकालनी थी और रोड शो करना था इसलिए नियम-कानून बदल दिये गये। उन्होंने कहा कि छठ को लेकर जारी गाइडलाइन में राज्य सरकार ने परिवर्तन कर दिया है।
संक्रमण रोकने के लिए लगायी गयीं कुछ पाबंदियां
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जल को संक्रमण का सबसे बड़ा वाहक माना गया है। स्वाब पानी के जरिये तेजी से फैलता है। इसी को आधार मानते हुए छठ पर्व को लेकर कुछ पाबंदियां लगायी गयी थीं। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने कोरोना संक्रमण काल में करमा और सरहुल जैसे कई पर्व मनाये हैं, उसी श्रद्धा के साथ हम छठ भी मनायेंगे, पर इसे राजनीति के साथ नहीं मनायेंगे।