बोकारो। शिक्षा सही सोच और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है, शिक्षा ही हमें सामाजिक बुराइयों से बचने और जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देती है। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को बोकारो स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में आयोजित ‘नक्षत्र’ स्कॉलर बैज समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि बोकारो डीपीएस आज न केवल झारखंड, बल्कि पूरे देश के उत्कृष्ट विद्यालयों में अपना विशिष्ट स्थान रखता है। इस विदियालय के विद्यार्थियों ने आईआईटी-जेईई में 5 में से 3 अखिल भारतीय शीर्ष रैंक हासिल करके उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को ‘बाल दिवस’ की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इसी प्रकार विद्यालय के एक विद्यार्थी ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन की परीक्षा में देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान की गौरवशाली परम्परा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वर्ष 2026 में अपनी 40 वर्षों की सफल यात्रा पूर्ण कर यह संस्थान शिक्षा, संस्कृति और प्रगति का और भी उज्ज्वल प्रतीक बनेगा।
राज्यपाल ने कहा कि यह प्रदेश प्राकृतिक संसाधनों, जनजातीय गौरव और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से संपन्न है, परंतु राज्य को नई उंचाइयों तक पहुंचाने की क्षमता यहां की युवा शक्ति में निहित है। उन्होंने विद्यार्थियों को नवाचार, विज्ञान, उद्यमिता, सेवा और नैतिक नेतृत्व के माध्यम से झारखंड तथा राष्ट्र के निर्माण में योगदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धी दौर में भोजन, वस्त्र और आवास के बाद शिक्षा मनुष्य की चौथी मूल आवश्यकता बन चुकी है।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “परीक्षा पर चर्चा” यही प्रेरणा देती है की परीक्षा को तनाव नहीं, बल्कि उत्सव की तरह लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा वातावरण बनाना है, जहां प्रत्येक बच्चा सुरक्षित, सम्मानित और समर्थ महसूस करे, ताकि वह बिना भय के अपने सपनों की उड़ान भर सके।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन की वास्तविक सफलता केवल अंकों में नहीं आंकी जाती। प्रत्येक चुनौती एक नया अवसर लेकर आती है और विद्यार्थियों को आत्मविश्वास, धैर्य तथा साहस के साथ अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर होना चाहिए।

