मुंबई: बंबई शेयर बाजार में दो दिन से जारी तेजी के सिलसिले पर आज ब्रेक लगा तथा सेंसेक्स 232 अंक टूटकर 26,515 अंक पर आ गया। मिलेजुले एशियाई रुख के बीच औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आंकड़ों तथा कच्चे तेल के ऊंचे दामों से सेंसेक्स नीचे आया। अब निवेशकों की निगाहें बेचैनी से मंगलवार को जारी होने वाले खुदरा मुद्रास्फीति तथा बुधवार को आने वाले थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर लगी हैं।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी टूटकर 8,200 अंक के स्तर से नीचे आ गया। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अक्तूबर में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में 1.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वीजा पर कड़े कदमों के संकेत के बाद आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज दिनभर नकारात्मक दायरे में रहा और एक समय दिन के निचले स्तर 26,468.59 अंक पर आ गया। अंत में सेंसेक्स 231.94 अंक या 0.87 प्रतिशत के नुकसान से 26,515.24 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 510.31 अंक चढ़ा था।
निफ्टी भी 8,154.45 अंक के स्तर तक नीचे आने के बाद अंत में 90.95 अंक या 1.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,170.80 अंक पर बंद हुआ। आईटी कंपनियों में इन्फोसिस का शेयर एक प्रतिशत टूटा। विप्रो में 0.72 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, टीसीएस का शेयर 0.58 प्रतिशत लाभ में रहा। ईंधन कंपनियों एचपीसीएल, बीपीसीएल तथा आईओसी के शेयरों में बिकवाली दबाव रहा और ये 4.25 प्रतिशत तक टूट गए। अन्य कंपनियों में बजाज आटो 2.52 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प 2.29 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 2.05 प्रतिशत, एमएंडएम 1.77 प्रतिशत तथा मारुति सुजुकी 1.54 प्रतिशत नीचे आए।