रांची: एचसीजी, बैंगलोर के सीनियर ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर प्रो रमेश बिलिमग्गा ने कहा है कि हर साल करीब 10-20 लाख कैंसर के मरीज भारत में पाये जाते हैं। इनमें से सात लाख मरीजों की मौत भारत में होती है। अगर सही तरीके से कैंसर का उपचार किया जाये तो ये ठीक हो सकते हैं। कैंसर के होने का मुख्य कारण तंबाकू होता है, जिससे बच कर कैंसर जैसी बीमारी से बचा जा सकता है। प्रो रमेश एचसीजी-क्यूरी अब्दुर्रजाक अंसारी कैंसर इंस्टीट्यूट द्वारा इरबा में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के मौके पर बोल रहे थे। मौके पर डॉ निवास राउत ने कहा कि आजकल लाइमफोमा के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसका कारण लोगों में जागरूकता की कमी एवं इस बीमारी के इलाज के लिए उपयुक्त चिकित्सालय एवं विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी है।

झारखंड में लाइमफोमा का इलाज अब क्यूरी कैंसर इंस्टीट्यूट में उपलब्ध हो गया है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ श्रीनिवास राउत अपनी सेवा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मरीज सही जगह नहीं पहुंचकर सालों तक टीबी की दवा का सेवन करते हैं, बाद में इसका इलाज संभव नहीं हो पाता है। सही समय पर इस बीमारी का पता चल जाये तो 90 प्रतिशत तक इसका इलाज संभव है। डा. अजीत कुमार ने भी अपने विचार रखे। मंच का संचालन डॉ आफताब आलम अंसारी ने किया। कार्यक्रम में संस्थान के कार्यकारी निदेशक साइद अहमद अंसारी, मुस्तफिक अंसारी, डा. मृत्युंजय कुमार, चंदना बर्नर्जी, मुकेश नंद तिवारी, अरशद नदीम, विकास कुमार सिंह, जावेद अख्तर उपस्थित थे।

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