रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि ग्रामोद्योग आधारित अर्थव्यवस्था द्वारा अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है और गांधी जी की इसी सोच के साथ हमें गांवों का विकास करना है। गांवों, गरीबों और आदिवासियों का विकास होगा, तभी राज्य और देश समृद्ध होंगे। गरीब और आदिवासियों के हित के लिए जरूरत पड़ी, तो एक्ट में फिर संशोधन करेंगे। सरकार का लक्ष्य हर हाल में गरीबी को नेस्तानाबूद करना है। सीएम शनिवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
महात्मा गांधी के सपने को पूरा करना है : मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वभाषा, स्वधर्म और स्वदेशी को विकास का मूलमंत्र माना था, लेकिन दुर्भाग्यवश हम आज तक उनके सपने को पूरा नहीं कर पाये, लेकिन हमें अब इसे पूरा करना है। हमें उनका अनुसरण के साथ अनुकरण भी करना होगा। गरीबी के कारण हम अपने धर्म और संस्कृति को नहीं छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि खादी इस दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। हमें ग्रामोद्योग को बढ़ावा देना है। झारखंड से लोगों का पलायन रोकने के लिए मध्यम, लघु और कुटीर उद्योग को स्थापित किया जायेगा, तभी गांवो से बेरोजगारी और पलायन का खात्मा होगा।
बेरोजगारी और गरीबी मिटाना सरकार का लक्ष्य : सीएम ने कहा कि आनेवाला बजट बेरोजगारी मिटानेवाला और गरीबी दूर करनेवाला होगा। सरकार सभी को नौकरी नहीं दे सकती। इसलिए राज्य के युवाओं को हुनरमंद बनाकर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। खादी बोर्ड इस दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है। सरकार कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित करेगी। अगले बजट में गरीबी दूर करने के लिए लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने से संबंधित योजनाएं लायी जायेंगी। महिलाओं का कौशल विकास किया जायेगा। हर प्रखंड में डेयरी फॉर्म खोला जायेगा। महिलाओं को गायें दी जायेंगी।
दुबई इंटरनेशनल फेस्ट में झारखंड की चमक देखेगी दुनिया : मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को लाह, तसर और हैंडीक्राफ्ट के क्षेत्र अग्रणी बनाना है और जल्द ही इस सरकार इस दिशा में बोर्ड/निदेशालय का गठन करेगी । उन्होंने कहा कि गुणवत्ता में सुधार के लिए विशेषज्ञों के निर्देशन में लाह और तसर का उत्पादन बड़े स्तर पर किया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और युवाओं को इससे जोड़ा जायेगा। इनके द्वारा तैयार उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मेलों में प्रदर्शित कर दुनिया को झारखंड के उत्पादों से परिचय कराया जायेगा। 2018 में दुबई में अयोजित होेनेवाले इंटरनेशनल फेस्ट में झारखंड की चमक पूरी दनिया देखेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही उद्यमी सखी मंडल का गठन किया जायेगा और इनके द्वारा उत्पाद की ब्रांडिंग की जायेगी।
ओड़िशा-महाराष्ट्र से समन्वय कर करेंगे काम : महाराष्ट्र खादी बोर्ड और ओड़िशा खादी बोर्ड के अध्यक्ष के मेले में आने पर मुख्यमंत्री ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के सपने को साकार करने की दिशा में दोनों राज्य झारखंड का साथ दे रहे हैं और राज्यों के बीच समन्वय स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। ओड़िशा और महाराष्ट्र के खादी बोर्ड के साथ मिलकर मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया जायेगा। दूसरे राज्यों की अच्छी नीतियों को अपनाने की जरूरत है। ग्रामोद्योग से ही गांवों का विकास संभव है।
खादी मेला के भव्य आगाज के ये बने गवाह : नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, सांसद महेश पोद्दार, पद्मश्री अशोक भगत, महाराष्ट्र खादी बोर्ड के अध्यक्ष विशाल चोरदिया, ओड़िशा खादी बोर्ड के अध्यक्ष तेजेश्वर परिदा, विधायक नवीन जायसवाल, रामकुमार पाहन, गंगोत्री कुजूर, आरआरडीए अध्यक्ष परमा सिंह, ग्रामीण विकास के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा आदि।