हजारीबाग: उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला के कार्यालय में मनरेगा द्वारा क्रियांवित योजनाओं तथा शौचालय निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गयी। उन्हें पता चला कि 2015-16 में निर्धारित लक्ष्य 1504 के विरूद्घ मात्र 258 शौचालयों का निर्माण मनरेगा के तहत किया गया है। 2016-17 में मनरेगा द्वारा निर्धारित लक्ष्य 350 के विरूद्घ अबतक एक भी शौचालय का निर्माण पूरा नहीं हो पाया। कार्यप्रगति असंतोषजनक देखकर उपायुक्त ने इस बैठक में प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक चुरचू, चौपारण, डाडी, चलकुशा, विष्णुगढ़, बरकट्ठा, बड़ाकागांव तथा बरही से स्पष्टीकरण पूछते हुए 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है।
तबतक इनका वेतन भुगतान रोकने का भी आदेश दिया है। उपायुक्त ने जिले के विभिन्न प्रखंडों के रोजगार सेवक, पंचायत सेवक, जनसेवकों को अपने अपने निर्धारित मुख्यालय में नहीं रहकर प्रखंड मुख्यालय में रहने के संबंध में असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने का शख्त निर्देश दिया है। साथ ही सभी क्षेत्रीय कर्मियों को अपने अपने कार्यक्षेत्र में रहने तथा विशेष परिस्थिति में ही प्रखंड मुख्यालय जाने का निर्देश दिया । उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि क्षेत्रीय कर्मियों के साथ बैठक की आवश्यकता होने पर ऐसी बैठकें अपराह्न 3 बजे के बाद रखी जाय ताकि क्षेत्रीय कर्मी पूर्वाह्न में अपने कार्यक्षेत्र में रहकर ग्रामीण जनता के प्रति उत्तरदायी बनें।
उपायुक्त ने सभी क्षेत्रीय कर्मियों को मंगलवार तथा शुक्रवार को मुख्यालय दिवस पर 11 पूर्वाहन से 1 बजे अपराह्न तक निश्चित रूप से मुख्यालय में रहने का निर्देश दिया है। साथ ही प्रखंड कार्यक्रम समन्वयकों को सप्ताह में कम से कम चार दिन तक नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण कर विकास योजना एवं क्षेत्रीय कार्यों की प्रगति का निरीक्षण कर अपने अपने प्रखंड विकास पदाधिकारियों को प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को भी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। उपायुक्त ने निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए उप विकास आयुक्त को सभी बीडीओ से समंवय स्थापित करने का निर्देश दिया है।