रांची: कोयला सचिव सुशील कुमार ने सोमवार को दरभंगा हाउस स्थित सीसीएल मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर सीसीएल के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने सीसीएल सीएमडी, निदेशक और सभी विभागों के अध्यक्ष से सीधा संवाद किया। उनसे सीसीएल के कार्यों की जानकारी ली।
अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि देश को अधिक से अधिक गुणवत्तायुक्त क्लीन कोल की जरूरत है। सीसीएल के अधिकारी और कर्मचारी अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देकर ही स्वच्छ कोल उत्पादन कर सकते हैं। वहीं सीएमडी गोपाल सिंह ने कंपनी के कोयला उत्पादन, प्रेषण, ओबी रिमूवल, कोयला स्टॉक, पर्यावरण और वाशरी सहित अन्य बिंदुओं के विषय में पावर प्वाइंट के माध्यम से विस्तार से श्री सुशील कुमार को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीसीएल के 12 क्षेत्र और 61 कोलियरियां झारखंड के 08 जिलों में कार्यरत हैं।
सीसीएल ने वर्ष 2016-17 में 67 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 67 मिलियन टन के कोयला प्रेषण का लक्ष्य रखा है। अप्रैल से 11 दिसंबर तक कंपनी ने 36.36 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 38.20 मिलियन टन कोयला प्रेषण का लक्ष्य पूरा कर लिया है। बैठक में सीसीएल के निदेशक (वित्त) डीके घोष, निदेशक (तकनीकी/संचालन) सुबीर चंद्रा, निदेशक (कार्मिक) आरएस महापात्रा, निदेशक (योजना एवं परियोजना) एके मिश्रा और मुख्य सतर्कता अधिकारी अरविंद प्रसाद समेत कई अधिकारी मौजूद थे।