मेरठ: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नोटबंदी को देश में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नोटबंदी गरीबों के लिए नहीं बल्कि अपने दोस्तों का कालाधन सफेद करने के लिए लाये हैं। यहां आज एक जनसभा में केजरीवाल ने आरोप लगाया कि सरकार आयकर कानून में बदलाव इसलिए लायी है ताकि जिसके पास कालाधन है, वह ‘फिफ्टी-फिफ्टी’ कर ले। अब चाहे ये पैसा ड्रग्स से कमाया या आतंकवाद से, इसके बारे में कोई नहीं पूछेगा। इससे साफ है कि यह नोटबंदी क्यों की गई है। ये 8 लाख करोड़ रुपए का घोटाला है। नोटबंदी के बहाने भाजपा वालों ने अपना कालाधन ठिकाने लगाया है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी की योजना कालाधन बंद करने के लिए नहीं बल्कि अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए लाई गई है। लाइन में केवल गरीब और आम लोग लगे हुए हैं। छह लाख करोड़ रुपए आम लोगों ने जमा कर दिया, कालाधन वाले जमा करने नहीं आए। केजरीवाल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री लगातार लोगों का कर्ज माफ करते जा रहे हैं। बड़े लोगों का आठ लाख करोड़ माफ करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल भी पूछा कि जिन बड़े लोगों ने बैंकों का पैसा दबाया उन्हें अब तक जेल क्यों नहीं भेजा गया। कांग्रेस ने टूजी एवं कोयला घोटाला किया और मोदी जी ने 2 साल में आठ लाख करोड़ का घोटाला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि विजय माल्या को मोदी जी ने लन्दन भिजवा दिया, जिस पर बैंक का नौ हजार करोड़ ऋण है।
केजरीवाल ने मीडिया पर तंज करते हुए कहा कि मीडिया उनकी बात नहीं दिखाएगा इसलिए उनका भाषण मोबाइल में रिकार्ड करके ले जाओ और मोहल्लों में दिखाना। इस मौके पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मोदीजी ने देश को धोखा दिया। उन्हें सरकार चलाना नहीं लोगों को लाइन में लगाना आता है। इससे पहले केजरीवाल को मेरठ के परतापुर में कुछ लोगों द्वारा काले झंडे दिखाए गये और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की गई।