Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»विरोधी दल नहीं चाहते कि कालाधन समाप्त हो: शाह
    Top Story

    विरोधी दल नहीं चाहते कि कालाधन समाप्त हो: शाह

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीDecember 17, 2016No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    शाहजहांपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी का विरोध करने वाले दल नहीं चाहते कि राजनीति से कालाधन समाप्त हो और इसीलिए उन्होंने संसद में राजनीतिक चंदा लेने की पद्धति पर चर्चा नहीं होने देने के लिए शीतकालीन सत्र नहीं चलने दिया। शाह ने आज यहां पार्टी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक चंदा लेने की पद्धति पर चर्चा करने का सुझाव दिया था और यह भी कहा था कि पंचायत से लेकर लोकसभा तक के चुनाव एक ही साथ होने चाहिए।’’

    उन्होंने कहा, ‘‘मगर विपक्ष ने पूरे शीतकालीन सत्र में इस पर चर्चा नहीं होने दी.. वे चाहते ही नहीं हैं कि राजनीति से कालाधन जाए.. मैं सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील करना चाहता हूं कि हमें मोदी जी के प्रस्ताव पर चर्चा करनी चाहिए, ताकि राजनीति में शुचिता लायी जा सके।’’ नोटबंदी का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि सबसे ज्यादा दर्द उन्हें हो रहा है जिनके अरबों खरबों रूपये रददी में बदल गये हैं। उन्होंने रैली के जरिए जनता से सीधा संवाद करने की शैली में कहा, ‘‘आपने ममता बनर्जी और मायावती के चेहरों को देखा है.. चेहरे का नूर गायब हो गया है और एक ही दिन में उनकी उम्र दस साल बढ़ गयी लगती है।’’ शाह ने नोटबंदी के निर्णय को उचित ठहराते हुए कहा कि मोदी के एक ही निर्णय ने तस्करों, नक्सलियों, आतंकवादियों और जाली नोटों के गोरखधंधे में लगे लोगों को ठीक कर दिया है।

    भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश की राजनीति में गत 15 वर्षों से हावी सपा, बसपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जाति और परिवारवाद चलाने वाले दल राज्य का विकास नहीं कर सकते और इसके लिए भाजपा की दो तिहाई बहुतम वाली सरकार जरूरी है। शाह ने कहा, ‘‘पिछले 15 साल से चाचा-भतीजा और बुआ-भतीजा प्रदेश पर राज कर रहे है और इसका विकास नहीं होने दे रहे हैं। वे नहीं चाहते कि केन्द्रीय योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचे, उन्हें डर है कि इससे मोदी की लोकप्रियता बढ़ेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में किसानों तक किसान फसल बीमा योजना का लाभ पहुंचा ही नहीं क्योंकि चाचा भतीजा यह तय नहीं कर पाये कि बीमा कंपनी के प्रीमियम का कमीशन कौन लेगा।’’

    मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस दावे पर कि कांग्रेस से गठबंधन होने पर वह विधानसभा की 300 सीटें जीत लेंगे, शाह ने कहा कि उन्हें हार दिखने लगी है। साथ ही यह भी चुनौती दी कि सभी पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ लें तो भी भाजपा को हरा नहीं पायेंगी। जनता ने यूपी में भाजपा की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है। शाह ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश बाबू उस राहुल बाबा के सहारे सरकार बनाने की योजना बना रहे है जिनकी पार्टी के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल में 12 लाख करोड़ रूपये का घोटाला किया है।

    उन्होंने बसपा मुखिया मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘भ्रष्टाचार का रिकार्ड नहीं बनाया गया है, यदि बनेगा तो बहनजी (मायावती) नंबर एक पर रहेंगी।’’ तीन तलाक के मुददे पर शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में अपनी स्पष्ट राय रख दी है कि सभी महिलाओं के हितों की रक्षा होनी चाहिए चाहे वह किसी भी धर्म की हों। उन्होंने इस मामले में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस सब चुप हैं, हां या नहीं, कुछ नहीं कहते हैं। शाह ने महिलाओं से अपील की कि जब इन दलों के नेता वोट मांगने आये तो वह उनसे पूछें कि वे तीन तलाक के मुददे पर क्या राय रखते हैं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कर रहे हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleआडवाणी की चिंता पर ध्यान दे भाजपा: शिवसेना
    Next Article बीएसएनएल की 99 रुपये में असीमित कॉल की पेशकश
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    सरायकेला में रंगदारी नहीं देने पर दुकानदार को गोली मारी

    May 9, 2025

    झारखंड कैबिनेट की बैठक संपन्न, 34 प्रस्तावों को मिली मंजूरी

    May 9, 2025

    झारखंड का तापमान पहुंचा 40 डिग्री

    May 9, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • सरायकेला में रंगदारी नहीं देने पर दुकानदार को गोली मारी
    • झारखंड कैबिनेट की बैठक संपन्न, 34 प्रस्तावों को मिली मंजूरी
    • झारखंड का तापमान पहुंचा 40 डिग्री
    • बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के दावे से पाकिस्तान में खलबली
    • मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला हालात का जायजा लेने जम्मू पहुंचे
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version