रांची: कैशलेस ट्रांजैक्शन की ट्रेनिंग के लिए समाहरणालय में मेगा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। भारत सरकार के साथ अनुबंधित सीएससी-एसपीवी संस्थान के द्वारा वित्तीय डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रज्ञा केंद्र के संचालकों एवं बीएलओ को नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और ई-वॉलेट से लेनदेन के बारे मेंं विस्तार से बताया गया।
संस्थान के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक वसीम आलम ने बताया कि झारखंड की 4423 पंचायतों के लिए पहले मास्टर ट्रेनिंग दी जायेगी। इसके बाद जिला एवं प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम 3 दिसंबर से 25 दिसंबर तक पूरा किया जाने का निर्देश सरकार से मिला है। पहले चरण में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रज्ञा केंद्र के प्रतिनिधि प्रखंड स्तर पर बीडीओ, सीओ, वार्ड पार्षद, पंचायत समिति के सदस्यों, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं को डिजिटल साक्षरता से संबंधित प्रशिक्षण देंगे।
वहीं बीएलओ द्वारा पंचायत के 40 लोगों के समूह को ई-पेमेंट का प्रशिक्षण दिया जायेगा। वसीम आलम ने बताया कि राज्य में जिला स्तर पर 24, प्रखंड स्तर पर 260 और पंचायत स्तर पर 3000 प्रशिक्षण कार्यक्रम कर लोगों को कैशलेस ट्रांजैक्शन की जानकारी दी जायेगी। कार्यक्रम में शंभु कुमार, एसएम आलम, स्वर्णिमा और वसीम इमाम के अलावा 21 जिलों के प्रज्ञा केंद्र के प्रमुख समेत कई लोग मौजूद थे।