रांची। रांची सहित पूरे प्रदेश में शीतलहर चल रही है। सोमवार को भी लोगों को ठंड ने ठिठुरने पर मजबूर कर रखा है। कांके में सोमवार को न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया। जबकि रविवार को भी यहां तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस तक ही था। सुबह घास पर गिरी ओस की बूंदें जम गयीं।
ठंड से एक की मौत
मैक्लुस्कीगंज का तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया। जबकि रविवार को मैक्लुस्कीगंज का न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। शनिवार को यहां पर पारा माइनस 1.5 डिग्री दर्ज किया गया था। कांके का पारा शुक्रवार और शनिवार को एक डिग्री था। पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के झरिवा गांव निवासी 46 वर्षीय गोरख नाथ शर्मा की ठंड से मौत हो गयी। शनिवार रात करीब 12 बजे शौच के लिए बाहर गये थे। लौटे तो बेहोश होकर गिर पड़े। अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शीतलहर का प्रभाव जारी
शीतलहर का प्रभाव सबसे ज्यादा उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व झारखंड में है। पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, देवघर, दुमका, धनबाद, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ एवं साहेबगंज में शीतलहर की चपेट में है। 24 घंटे में राजधानी के न्यूनतम तापमान में 0.2 डिग्री की गिरावट आई है।
चार दिनों तक न्यूनतम तापमान 5-7 डिग्री रहेगा
मौसम विभाग ने संभावना जतायी है कि अगले चार दिनों तक झारखंड का न्यूनतम तापमान पांच से सात डिग्री के बीच रहने की संभावना है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उत्तर भारत की तरफ से बफीर्ली हवाएं आ रही हैं। आसमान साफ रहने की वजह से भी इन हवाओं से राज्य में शीतलहर का प्रकोप जारी है। उधर, गंगटोक सहित उत्तर-पूर्वी राज्यों में हाल ही में हुई ताजा बर्फबारी की वजह से भी झारखंड, बिहार समेत पूर्वी राज्यों में ठंड बढ़ी हुई है।
बीएयू के वैज्ञानिक की चेतावनी
4 डिग्री से कम तापमान फसलों के लिए खतरनाक : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक ए. वदूद ने कहा कि तापमान का जीरो डिग्री पर जाना उतनी चिंता की बात नहीं है, जितनी की खेतों में न्यूनतम तापमान लगातार चार डिग्री या उससे नीचे रहना है। आंकड़े के मुताबिक 19 दिसंबर से अब तक न्यूनतम तापमान 4 से 0 डिग्री रहा। यह स्थिति खेतों में लगे गेहूं, आलू, सरसों, चना और सब्जियों के लिए घातक हो सकती है।
हिमालय से आ रही हैं ठंडी हवाएं
अभी लगातार हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी हो रही है। उसकी ठंडी हवा झारखंड में आ रही है। इस कारण शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। -आरएस शर्मा, वैज्ञानिक, भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र रांची