बेगूसराय। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि पीएम-सीएम बनने का सपना देखने के चक्कर में चाचा-भतीजा की जोड़ी बिहार के सपनों को चकनाचूर कर रही है। भाजपा ने चाणक्य बनकर जिसे चंद्रगुप्त बनाया था, वह चंद्रगुप्त धोखेबाज निकला और बिहार में गुंडाराज कायम हो गया है।
शनिवार की शाम बेगूसराय सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार ने समाज को बर्बाद कर दिया है। न्याय के साथ विकास कर की बात करने वाले नीतीश कुमार ने सुशासन स्थापित करने का संकल्प लिया था। जनादेश एनडीए को मिला था, लेकिन नीतीश कुमार सत्ता से बाहर रहने वाले को चोर दरवाजे से सत्ता में लाकर अराजकता फैला रहे हैं, कुशासन स्थापित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हत्या, लूट, अपहरण, चोरी, बलात्कार की घटना से पूरा बिहार कराह रहा है, सरकार समाज को बर्बाद कर रही है, नीतीश कुमार बर्बादी की समीक्षा करें। शराब के अहंकार में गरीब-गुरबा को जेल का सफर कराया जा रहा है, पुलिस पदाधिकारी शराब के नाम पर दोहण-शोषण कर धनकुबेर बन रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अहंकार के कारण शराब माफिया अपराधी का एक वर्ग तैयार कर दिया गया है, समाज को दहशत और भ्रष्टाचार से बचाने की समीक्षा करनी चाहिए।
नीतीश कुमार बहुत दिनों तक कुर्सी पर रहने वाले नहीं हैं, एक ठग दूसरे को ठग रहा है। महा ठगबंधन में एक ठग प्रधानमंत्री का सपना दिखाकर कुर्सी से उतारना चाहता है तो दूसरा 2025 का सपना दिखाकर कुर्सी पर बैठा रहना चाहता है। कुर्सी के खींचातानी में बिहार की जनता त्राहिमाम कर रही है, प्रशासनिक अराजकता फैल रही है। नीतीश कुमार जो बोलते हैं वह करते नहीं और जो करते वह बोलते नहीं हैं। क्योंकि इनका नाम इनके कथित बड़े भाई लालू यादव और भतीजा ने ही पलटू राम रखा है, वह कब पलटी मारेंगे यह किसी को पता नहीं है।
राहुल गांधी बड़े पार्टी के नेता हैं, लेकिन उनको भी पता है कि पूरे देश ने नरेन्द्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास मंत्र को ग्रहण कर लिया है। भारतीय जनता पार्टी शराबबंदी ही नहीं पूर्ण नशाबंदी के पक्ष में है। उजला जहर नौजवानों को बर्बाद कर रहा है, ब्राउन शुगर से लेकर चरस-अफीम तक गांव की गली और स्कूलों तक पहुंच गया है। बिहार सरकार पूर्ण नशाबंदी कर नौजवानों को बचा ले, नहीं तो उड़ता पंजाब की तरह उड़ता बिहार बनता जा रहा है और इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे।
बिहार में अपराधियों का मनोबल चरम पर है। हत्यारे पकड़े नहीं जा रहे हैं, उन्हें प्रशासन और सत्ता संरक्षण दे रहा है। बेगूसराय में हुई एक दर्जन से अधिक हत्या, लूट और बलात्कार सुशासन की पोल खोल रही है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि दारु पीने नहीं, पिलाने वाले को पकड़ो और थाना वसूली के लिए अलग चक्कर चला रही है। शराब माफिया के साथ गठबंधन के कारण मौत का धंधा हो रहा है, छपरा की घटना किसी से छुपी नहीं है।
बिहार की औद्योगिक राजधानी बेगूसराय औद्योगिक दिशा में बढ़ने के बदले अपराध की ओर बढ़ रहा है। अच्छे पदाधिकारी नहीं हैं, जो हैं वह किसी की सुनते नहीं हैं। साहेबपुर कमाल प्रखंड क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले टूट कर गिर गया। सरकार इस पर मौन है, उसकी जुबान नहीं खुलती है। तेजस्वी यादव इस विभाग के मंत्री हैं, उनका बयान नहीं आना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है। बेगूसराय के किसान खाद के लिए परेशान हैं, 266 के बदले 350 में यूरिया खाद और साथ में जिंक सहित अन्य चीजें किसानों को जबरदस्ती दी जा रही है, प्रशासन पंगु बन गई है। बिहार सरकार अपराध और भ्रष्टाचार से पीड़ित को न्याय तथा मुआवजा दे, नहीं तो भाजपा ऐसे परिवार के साथ जनकल्याण संवाद करेगी। सरकार सभी मौत की जिम्मेदारी ले, अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब फिर से समाज सुधार यात्रा करने वाले मुख्यमंत्री को स्थानीय लोग घेरकर सही चीज का आइना दिखा देंगे।