Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, June 28
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»अंचल कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं मईयां सम्मान योजना की हकदार महिलाएं: बाबूलाल मरांडी
    Jharkhand Top News

    अंचल कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं मईयां सम्मान योजना की हकदार महिलाएं: बाबूलाल मरांडी

    shivam kumarBy shivam kumarDecember 7, 2024Updated:December 7, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को मईयां सम्मान योजना को लेकर एक बार फिर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हजारीबाग जिले सहित पूरे झारखंड में महिलाएं ह्यमंईयां सम्मान योजनाह्ण के तहत मिलने वाली राशि के लिए अंचल कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

    मरांडी ने कहा कि 18 से 50 वर्ष की उम्र की विधवा, आर्थिक रूप से कमजोर और असहाय महिलाएं, जो इस योजना के अंतर्गत आती हैं, उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा। कई महिलाओं ने चार से पांच बार आवेदन किया लेकिन फिर भी उनके खातों में सम्मान राशि जमा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि योजना के तहत प्रतिमाह 2500 रुपये देने का प्रावधान है लेकिन अधिकांश महिलाओं को राशि मिलना तो दूर, आवेदन स्वीकृति की स्थिति तक स्पष्ट नहीं है, इससे झारखंड की सभी माताएं बहनें परेशान हो रही हैं। कई मामलों में फार्म भरने और आवश्यक दस्तावेज देने के बावजूद योजना का लाभ नहीं मिला।

    मरांडी ने कहा कि रामगढ़ जिले में भी स्थिति खराब है, जहां करीब 30 हजार महिलाओं को इस योजना की राशि अब तक नहीं मिली। प्रशासन की लापरवाही और प्रक्रियागत बाधाओं के कारण महिलाएं बार-बार कार्यालयों के चक्कर काट रही हैं। प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण माताएं बहनें दिनभर लाइनों में खड़ी रहती हैं लेकिन इसके बाद भी उन्हें केवल और केवल निराशा मिलती है। उन्होंने कहा कि भले ही योजना का उद्देश्य जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना था लेकिन सरकार की लापरवाही और देरी के कारण महिलाओं को मुश्किलों एवं सही क्रियान्वयन न होने से आर्थिक रूप से परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Article28 महीनों से जेल में बंद निलंबित आईएएस पूजा सिंघल को मिली बेल
    Next Article केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राज्यपाल से की मुलाकात
    shivam kumar

      Related Posts

      शिक्षा मंत्री ने 10वीं बोर्ड की टॉपर शांभवी जायसवाल को किया सम्मानित

      June 27, 2025

      शिबू सोरेन की हालत चिंताजनक, भाजपा ने की मेडिकल बुलेटिन जारी करने की मांग

      June 27, 2025

      झामुमो ने संविधान की प्रस्तावना से सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द हटाने का किया विरोध

      June 27, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • श्री जगन्नाथ रथयात्रा: अमित शाह ने अहमदाबाद के श्री जगन्नाथ मंदिर में की मंगला आरती
      • राज्य सरकार को राहत, पटना हाई कोर्ट ने 19,858 सिपाहियों के स्थानांतरण पर लगी अंतरिम रोक को हटाया
      • शिक्षा मंत्री ने 10वीं बोर्ड की टॉपर शांभवी जायसवाल को किया सम्मानित
      • शिबू सोरेन की हालत चिंताजनक, भाजपा ने की मेडिकल बुलेटिन जारी करने की मांग
      • झामुमो ने संविधान की प्रस्तावना से सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द हटाने का किया विरोध
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version