पलामू। मेदिनीनगर नगर निगम के कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर मंगलवार को निगम मुख्यालय परिसर में एक दिवसीय भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन किया। यह आंदोलन झारखंड लोकल बॉडीज इम्प्लॉइज फेडरेशन के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसमें दर्जनों कर्मचारी शामिल हुए। कर्मचारियों ने पांच सूत्री मांगों को तत्काल लागू करने की मांग की, जिनमें दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का नियमितीकरण, वेतन संरचना में सुधार, सेवा शर्तों में स्पष्टता और व्यवहारिकता, पदोन्नति नीति लागू करना और कार्यस्थल पर आवश्यक सुविधाएं बढ़ाना शामिल है।
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने कई बार भरोसा दिलाया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम की अधिकांश आवश्यक सेवाओं—जैसे साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति, नाली-निर्माण, स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस और कार्यालय प्रबंधन—का भार उन्हीं पर है, इसके बावजूद उन्हें न उचित वेतन मिलता है और न ही सुरक्षा उपकरण।
हड़ताल का सीधा असर नगर निगम की दैनिक कार्यप्रणाली पर पड़ा। निगम के कई विभागों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, भवन नक्शा स्वीकृति, कर भुगतान जैसे कई काउंटर बंद रहे, जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। कार्यालय घूमने आए नागरिकों को बैरंग लौटना पड़ा।
फेडरेशन की मेदिनीनगर इकाई के अध्यक्ष विशुन राम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि सरकार जल्द समाधान नहीं करती है, तो वे कार्य बहिष्कार से लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन तक करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह एकजुट हैं और “जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।”
धरना स्थल पर विशुन राम, माना राम, अंकित, मनोज, संजय, कारो, प्रमोद, गोविंद, पवन, कैलाश तिवारी, छोटे लाल गुप्ता, दुलारी देवी, अनिता देवी और अखिलेश राम सहित कई कर्मचारी नेता मौजूद रहे। सभी ने सरकार से तुरंत हस्तक्षेप कर समस्याओं का स्थायी समाधान निकालने की मांग की।

