पश्चिमी सिंहभूम। पश्चिमी सिंहभूम के राजखरसावां–महली मरुप रेलखंड पर शुक्रवार देर रात रेलवे ट्रैकमैनों की तत्परता और जागरूकता से एक बड़ा रेल हादसा टल गया। ठंडे मौसम में पेट्रोलिंग के दौरान ट्रैकमैन बन बिहारी महतो और हरियल हेम्ब्रम ने समय रहते रेल पटरी में तकनीकी खामी को पकड़ लिया।
रात लगभग 2:10 बजे, बीट किलोमीटर 287 से 291 के बीच, उन्होंने डाउन लाइन पर वेल्ड फेल्योर यानी जोड़ों में टूट का पता लगाया। खतरे को समझते हुए दोनों ट्रैकमैनों ने तुरंत सुरक्षा प्रक्रिया अपनाकर ट्रैक को सुरक्षित किया और उसी समय आ रही मालगाड़ी को भी दुर्घटना स्थल से पहले रोक दिया।
उनकी इस फुर्तीली और जिम्मेदार कार्रवाई से न केवल बड़ा हादसा टला, बल्कि रेल परिचालन को होने वाले गंभीर नुकसान से भी बचाया जा सका। इस साहसिक काम को देखते हुए दक्षिण-पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक तरुण हुरिया ने डीआरएम कार्यालय में मंगलवार को बन बिहारी महतो और हरियल हेम्ब्रम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
डीआरएम ने उनकी सतर्कता, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा की जमकर सराहना की और कहा कि ऐसे कर्मचारी रेलवे सुरक्षा की सबसे मजबूत कड़ी हैं। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में पटरियों में दरार या टूट की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए नियमित गश्त और सख्त निगरानी आवश्यक होती है।
ट्रैकमैनों की यह तत्परता रेलवे के सुरक्षित और निर्बाध परिचालन के लिए प्रेरणा है और अन्य कर्मचारियों के लिए मिसाल साबित हुई है।

