वाशिंगटन: अमेरिकी सरकार उत्तर कोरिया को फिर से आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों की सूची में डालने पर विचार कर रही है, जिससे उसे 2008 में हटा दिया गया था। एफे न्यूज के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा,हम उत्तर कोरिया को आतंकवाद प्रायोजक देशों की सूची में डालने के साथ ही अन्य तरीकों पर पुनर्विचार कर रहे हैं, जिससे उस पर फिर से हमारे साथ बातचीत का दबाव बनाया जा सके।
टिलरसन ने कहा कि किम जोंग उन के प्रशासन के साथ बातचीत के इरादे के बावजूद ट्रंप प्रशासन की इच्छा इस बार अलग स्तर की बातचीत करने की है। अमेरिका ने 2008 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के शासनकाल में उत्तर कोरिया को आतंकवाद प्रायोजक देशों की सूची से हटा दिया था, जिसमें ईरान, सीरिया और सूडान शामिल हैं।
उत्तर कोरिया ने तब अपने योंगब्योन परमाणु ऊर्जा संयंत्र को नष्ट करने का वादा किया था, लेकिन 2009 में उसने एक रॉकेट का प्रक्षेपण ऎसी प्रौद्योगिकी के साथ किया था जिसमें लंबी दूरी की मिसाइल दागने की क्षमता थी। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उसकी कडी आलोचना की गई थी और साथ ही उसे कूटनीतिक रूप से अलग-थलग कर दिया गया।
डोनाल्ड ट्रंप के जनवरी में सत्ता में आने के बाद से उत्तर कोरिया मिसाइल प्रक्षेपण कर उकसाने की अपनी पुरानी रणनीति पर लौट आया है। इसके मद्देनजर अमेरिका ने चीन से उत्तर कोरिया को फिर से बातचीत के लिए राजी करने का आग्रह किया है। अमेरिका ने उत्तर कोरिया की गतिविधियों के जवाब में सैन्य कार्रवाई की संभावना से भी इनकार नहीं किया है।