रांची: राज्य के करीब दो लाख परिवारों की आमदनी दोगुनी करने के मकसद से तैयार किये गये ‘जोहार प्रोजेक्ट’ के लिए वर्ल्ड बैंक ने 100 मिलियन डॉलर उपलब्ध कराये हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत 2022 तक राज्य के उन 2 लाख परिवारों की आजीविका को एक या अन्य साधनों से जोड़ा जायेगा, ताकि उनकी आय के साधन में वृद्धि हो। यह काम राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के तहत झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी द्वारा किया जाना है। इसके लिए राज्य सरकार और वर्ल्ड बैंक के साथ लोन एग्रीमेंट दिल्ली में साइन किया गया।
चार अलग-अलग फोकस पाइंट बनाये गये हैं
इस प्रोजेक्ट के तहत उन दो लाख परिवारों को जैसे मत्स्य पालन, वनोपज, पशुपालन और उन्नत कृषि से जोड़ा जायेगा। इसमें करीब 1.5 लाख सब्जी उत्पादक, 51 हजार पशुपालक, 34,500 मत्स्य पालक और 58 हजार वनोपज संग्राहकों को लाभ पहुंचाने का टारगेट रखा गया है। खासकर जिनकी मौजूदा वार्षिक आय 40 हजार रुपये है, उसे अगले चार साल में दोगुना कर 80 हजार रुपये करना है। इस प्रोजेक्ट का मुख्य फोकस राज्य में रहनेवाले एससी और एसटी परिवार होंगे। दूसरी प्राथमिकता महिलाएं होंगी। लगभग 50 प्रतिशत महिला किसानों की इस प्रोजेक्ट से जोड़ना है।
17 जिलों के 68 ब्लॉक हुए हैं चयनित
प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन और मार्केटिंग पर जोर दिया गया है। राज्य के 17 जिलों के 68 ब्लॉक का चयन किया गया है। इनका सलेक्शन वहां मौजूद संसधानों की उपलब्धता, प्रोडक्शन कैपेसिटी और मार्केट से नजदीकी जैसे फैक्टर को ध्यान में रखकर किया गया है। योजना के लिए लगभग 1528.34 करोड़ राशि इयरमार्क की गयी है। इसकी व्यवस्था वर्ल्ड बैंक, प्राइवेट सेक्टर या फिर स्टेट गवर्नमेंट की विभिन्न इकाइयों से लोन लेकर किये जाने की योजना है।
इसी कड़ी में वर्ल्ड बैंक ने 100 मिलियन यूएस डॉलर का लोन देना मंजूर किया है।
जल्द नजर आयेंगे नतीजे: एनएन सिन्हा
राज्य के ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के नतीजे कुछ ही समय में नजर आने लगेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने सखी मंडलों की आजीविका को और मजबूत करना है।