हैदराबाद। हैदराबाद के सैफाबाद ठाणे की पुलिस ने खैरताबाद और चितलबस्ती में पंडाल में स्थापित दुर्गा प्रतिमा के अलावा चितलबस्ती स्थित चर्च में मदर मैरी की प्रतिमा के तोड़फोड़ मामले में दो मुस्लिम महिलाओं को हिरासत में लिया है।
पुलिस उपायुक्त एम. चंद्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जिन दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। यह दोनों महिला बंजारा निकट रहती हैं। इनका भाई कॉर्पोरेट कंपनी में कार्यरत है और वह उनसे अलग रहता है। पुलिस ने दोनों महिलाओं के घर के पास जाकर पूछताछ की, तब स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों आपस में बहनें हैं और लम्बे समय से दोनों का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। उनका उपचार भी जारी है।
पुलिस का कहना की दोनों महिलाएं घर से बाहर निकलकर लोगों के घर के दरवाजे खटखटाकर परेशान करती रहती हैं, जिस कारण उन्हें घर में बंद कर रखा जाने लगा था। इनका पिता भी बीमार है और बिस्तर पर ही पड़ा रहता है। सुबह दोनों दरवाजा खुला रहने के कारण घर से निकल गई और चितलबस्ती, खैरताबाद में घूम फिरकर पंडाल में स्थापित दुर्गा माता की प्रतिमा और स्थानीय चर्च में स्थित मदर मैरी की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ की। स्थानीय लोगों ने जब उन्हें पकड़ने का प्रयास किया, तब दोनों ने उन पर भी हमला किया। हमले में एक व्यक्ति को चोट भी लगी।
फिलहाल पुलिस ने दोनों बहनों को हिरासत में ले लिया। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए, 295, 295ए, 504, 451 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने कहा कि दोनों बहनों को मेडिकल रिपोर्ट के साथ अदालत में पेश कर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए सरकारी अस्पताल भेजा जाएगा।
इस घटना के चलते कुछ बस्ती में तनाव को देखते हुए कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था भी तैनात की गई है। घटना को लेकर बजरंग दल व अन्य हिन्दू संगठनों ने कड़ा विरोध जताया। कई लोगों का कहना है कि मानसिक रूप से बीमार दोनों महिलाएं कैसे मंदिर और चर्च को पहचान लेती हैं। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कुछ लोगों ने इस घटना को पीएफआई से जोड़कर बताया, लेकिन घटना से पीएफआई का कोई लेना-देना नहीं है। घटना की पूरी जांच पड़ताल की जा रही है और उचित कार्रवाई होगी।