Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»21.65 करोड़ गबन मामले की जांच पूरी, अभियुक्तों को सजा के बिंदु पर जल्द सुनवाई
    Jharkhand Top News

    21.65 करोड़ गबन मामले की जांच पूरी, अभियुक्तों को सजा के बिंदु पर जल्द सुनवाई

    adminBy adminJanuary 12, 2023No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची । गुमला और पलामू में 21.65 करोड़ गबन मामले की सीआईडी जांच पूरी हो चुकी है। इस मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों की सजा के बिंदुओं पर जल्द ही सुनवाई होगी। सीआईडी के तत्कालीन एडीजी अनिल पालटा ने 13 मई 2020 को पलामू के विशेष भू-अर्जन उत्तरी कोयल परियोजना मेदिनीनगर से 12.60 करोड़ के गबन और गुमला में समेकित जनजाति विकास अभिकरण के 9.05 करोड़ के गबन के मामले में जांच को टेकओवर किया था।

    जाली आरटीजीएस आवेदन पत्र के माध्यम से फर्जी निकासी की गयी थी
    करोड़ों के गबन मामले के मुख्य अभियुक्त निर्भय कुमार उर्फ विवेक सिंह को सीआइडी ने बिहार के जमुई जिले के खैरमा गांव से गिरफ्तार किया था। आरोप है कि निर्भय कुमार ने अपराधियों की मिलीभगत से एसबीआइ गुमला के आइटीडीए सरकारी खाते से 27 सितंबर 2019 को फर्जी चेक के माध्यम से 9.16 करोड़ और भू अर्जन कार्यालय पलामू के डाल्टनगंज एसबीआइ खाते से 12.60 करोड़ रुपये की सरकारी राशि की अवैध निकासी की थी। जिन फर्जी चेक और जाली आरटीजीएस आवेदन पत्र के माध्यम से फर्जी निकासी की गयी थी, वह गिरफ्तार अभियुक्त निर्भय के द्वारा लिखा और तैयार किया गया था। निर्भय ने अपने बयान में इसे स्वीकार किया था। इस मामले में अन्य अभियुक्तों को सीआइडी पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी, जिनमें साजन उर्फ मनीष, गणेश लोहरा, पंकज तिग्गा, मो. इकबाल अंसारी, मनीष पांडेय और राजकुमार तिवारी शामिल हैं।

    गुमला में फर्जी चेक के माध्यम से हुई थी 9.05 करोड़ की निकासी
    समेकित जनजाति विकास अभिकरण, गुमला के अपर परियोजना निदेशक ने 10 अक्टूबर 2019 को गुमला थाना में कांड संख्या 324 /19 में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि समेकित जनजाति विकास अभिकरण, गुमला के खाता से एसबीआइ गुमला से जारी चेक पर फर्जी तरीके से 9.05 करोड़ रुपये ओडिशा में एक्सिस बैंक के कोटपाद शाखा में स्थानांतरित कर दिया गया. एक ही व्यक्ति ने दो फर्जी हस्ताक्षर से इस राशि की निकासी की है. यह गलत ढंग से एक सुनियोजित साजिश के तहत किया गया है. दर्ज प्राथमिकी में एसबीआइ की गुमला शाखा में कार्यरत संबंधित कर्मी-पदाधिकारी को आरोपित किया गया था.

    पलामू में भू-अर्जन विभाग में 12.60 करोड़ का हुआ था घोटाला
    पलामू के विशेष भू-अर्जन कार्यालय में पिछले साल 12.60 करोड़ का घोटाला हुआ था। इसमें भू-अर्जन विभाग का नाजिर जेल भेजा गया था। इस पूरे प्रकरण में नाजिर रमाशकर सिंह उर्फ रविशंकर, तत्कालीन विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी बंका राम, स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की कचहरी शाखा के पूर्व मुख्य प्रबंधक, फर्जी संस्थान शीतल कंस्ट्रक्शन और फर्जी निकासी करने वाले चंदूलाल पटेल समेत सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। पलामू के शहर थाना में 25 अक्टूबर 2019 को कांड संख्या 378/19 के सभी अभियुक्तों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। जानकारी के अनुसार, वर्ष 2018 में विशेष भू-अर्जन विभाग के नाम से एसबीआइ में संचालित खाते के चेक से शीतल कंस्ट्रक्शन ने एक बार में 4 करोड़ 20 लाख की निकासी की थी। संबंधित विभाग के खाते के चेक से चंदूलाल पटेल ने 8 करोड़ 40 लाख की दूसरी फर्जी निकासी की। इस तरह एक दिन में कुल 12 करोड़ 60 लाख की अवैध निकासी की गयी थी। जांच में पाया गया था कि बैंक के फर्जी चेक पर विशेष भू-अर्जन अधिकारी ने राशि निकाली थी।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleपुलिस और टीपीसी के बीच मुठभेड़, राइफल, 46 गोलियां सहित अन्य सामान बरामद
    Next Article लोहड़ी पर्व पर राजौरी हमलों के पीड़ित परिवारों से मिलेंगे गृहमंत्री अमित शाह
    admin

      Related Posts

      रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस

      June 8, 2025

      फ्लाईओवर पर स्टंट करने वाले युवक की हुई पहचान, बाइक बरामद

      June 8, 2025

      झारखंड में 15 के बाद मानसून के पहुंचने की संभावना

      June 8, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस
      • एक साथ कई निशाने साध गया मोदी का ‘कूटनीतिक तीर’
      • चुनाव आयोग की दोबारा अपील, लिखित शिकायत दें या मिलने आएं राहुल गांधी
      • भारतीय वायु सेना ने किडनी और कॉर्निया को एयरलिफ्ट करके दिल्ली पहुंचाया
      • उत्तर ग्रीस में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, माउंट एथोस क्षेत्र में दहशत का माहौल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version