Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, June 10
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»बिहार के शिक्षा मंत्री के चित्र पर कालिख पोत अधिवक्ताओं ने जूतों से रौंदा
    Breaking News

    बिहार के शिक्षा मंत्री के चित्र पर कालिख पोत अधिवक्ताओं ने जूतों से रौंदा

    azad sipahiBy azad sipahiJanuary 16, 2023No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    -रामचरित मानस पर विवादित टिप्पणी करने से नाराज

    वाराणसी। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा १६वीं सदी में रचित श्री रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर लोगों के निशाने पर है। चंद्रशेखर के रामचरित मानस पर दिए गए बयान से नाराज अधिवक्ताओं के एक गुट ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर उनके चित्र पर कालिख पोत कर उसे जूतों से रौंदा। अधिवक्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर ने करोड़ों लोगों की श्रद्धा पर जो चोट पहुंचाई है, उसे सनातन धर्मावलंबी कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्हें देशवासियों से माफी मांगना चाहिए। इसके पहले अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने भी विवादित बयान पर नाराजगी जताई थी। जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरित मानस और मनुस्मृति पर शिक्षा मंत्री का बयान निंदनीय ही नहीं, घोर आपत्तिजनक है। जब 1991 के दौर में भारत में उदारीकरण के कारण देश में आईटी सेक्टर का हब था। तब बिहार मंडल कमीशन की सिफारिशों की आग में जल रहा था। आज बिहार में शिक्षा की गति लचर स्थिति में है। वहां की सरकार शिक्षा की चिंता छोड़कर लोगों को जातिवाद की आग में झोंक रही है। बिहार के राजनीतिक दलों का एक यही काम रह गया है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleउत्तर भारत और दिल्ली में सर्दी का सितम, हिसार में आज सुबह पारा 0.8, सफदरजंग में 1.4
    Next Article भारत की GDP अगले दस वर्षों में दुनिया में तीसरे स्थान पर होगी : नारायण राणे
    azad sipahi

      Related Posts

      मुख्यमंत्री योगी ने गिनाई मोदी सरकार की उपलब्धियां, बोले- पिछले 11 साल देश के लिए स्वर्णिम काल

      June 10, 2025

      राजा रघुवंशी हत्याकांड: सोनम को लेकर मेघालय पुलिस आज दोपहर पहुंचेगी गुवाहाटी

      June 10, 2025

      बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले हाेंगे पंचायत उपचुनाव, 9 जुलाई को 2,634 सीटों पर होगा मतदान

      June 10, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • डिटेंशन सेंटर से फरार तीन बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, हजारीबाग पुलिस को बड़ी कामयाबी
      • बॉक्स ऑफिस पर ‘हाउसफुल-5’ का जलवा, 100 करोड़ के क्लब में शामिल
      • बॉक्स ऑफिस पर ‘ठग लाइफ’ की रफ्तार थमी, फिल्म को नहीं मिला दर्शकों का प्यार
      • भारत ए बनाम इंग्लैंड लायंस: कोटियन-कंबोज की शानदार साझेदारी, दूसरा अनौपचारिक टेस्ट ड्रॉ
      • एफआईएच प्रो लीग: रोमांचक मुकाबले में नीदरलैंड ने भारत को 3-2 से हराया
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version