धनबाद। कोल इंडिया की इकाई बीसीसीएल ने सर्वाधिक कोयला उत्पादन में पहला स्थान प्राप्त किया है। वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 32 मिलियन टन कोयला का उत्पाद एवं डिस्पैच का लक्ष्य दिया गया था, जिसे बीसीसीएल ने दो माह पहले ही पूरा कर लिया था।
नए वित्तीय वर्ष पर बीसीसीएल के सीएमडी समीरण दत्ता ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बीसीसीएल की बंद खदानों को 25 सालों के लिए लीज पर दिया गया है, जिससे रोजगार में बढ़ावा मिलेगा। बंद पड़े वासरी को फिर से चालू करने की योजना है। उन्होंने बताया कि मधुबन वासरी से दो से तीन मिलियन कोयला को रिफाइन किया गया। पिछले आठ-दस वर्षो में सबसे अधिक वास कोयला की बिक्री की गई है, जिससे कोयला उत्पादन में 40 से 45 प्रतिशत बढ़ोतरी का लक्ष्य भी रखा गया है।
इस वित्तीय वर्ष में कोयला का उत्पादन 32 मिलियन टन जो कि लक्ष्य था लेकिन कंपनी इससे बढाकर 41 मिलियन टन कोयला का उत्पादन एवं डिस्पैच करने में सफल रही यानी बीसीसीएल ने अपने लक्ष्य से करीब 27 प्रतिशत ग्रोथ किया है। कोयला के उत्पादन से इस वर्ष बीसीसीएल ने नौ सौ करोड़ का लक्ष्य पार किया है। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल जमीन अधिग्रहण पर विशेष ध्यान दे रही है। कंपनी सोलर ऊर्जा पर भी विशेष काम कर रही है।