मुजफ्फरनगर: पाकिस्तान आतंकवाद के लिए ही नहीं दमन के लिए भी जाना जाता है। पाकिस्तान में बसे हिन्दूओं के साथ पाकिस्तान लगातार भेदभाव करता आया है। वहाँ के इस अल्पसंख्यक समुदाय के साथ लगातार बर्बरता की जा रही है। इसे के कारण पाकिस्तानी हिन्दू लगातार पलायन कर भारत में आ रहे हैं। ऐसे ही एक दिल दहलाने देने वाली पाकिस्तानी हिन्दू जयराम की कहानी सुनिए।
पाकिस्तान में मेरे पास घर है, जमीन-जायदाद और रोजीरोटी सब कुछ था लेकिन पाकिस्तानी बहुसंख्यक मुस्लिमों ने सब कुछ मुझसे छीन लिया और देश से भाग जाने को कहा, हमारी बहन, बेटियों के साथ बलात्कार किया जाता है, पुलिस सुनती नहीं है, नेता भी सिर्फ वोट लेने आते हैं। वह कहते (पाकिस्तानी मुस्लिम) हैं मुस्लिम बन जों छोड़ देंगे, नही तो यही होगा। हम अपना धर्म नहीं बदलना कहते हैं’। यह बातें हम नहीं बल्कि पाक्सितान से आये जयराम ने कहीं। जिसे सुनकर किसी का भी कलेजा काँप सकता है। पाकिस्तान में हिन्दू समुदाय के साथ लगातार दमन चक्र जारी है। यह मुस्लिम बाहुल्य देश आतंकियों के साथ साथ अपने देश में बसे अल्पसंख्यक समुदाय हिन्दू, सिख, ईसाईयों का लगातार दमन करता आ रहा है। अभी हालत यह हैं ज्यादातर हिन्दू लोग मुस्लिम धर्म अपनाने को मजबूर हो रहे हैं। वहीँ जो विरोध करता है उसका हश्र जयराम की तरह हो जाता है। पाकिस्तान में अपनी घर-मकान और दोस्त-रिश्तेदारों को छोड़कर भारत पहुंचे हिन्दू शरणार्थियों ने दर्दभरी सच्चाई बतायी है।
पाकिस्तान से आये इस परिवार की मानें तो वह पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रहते थे, जहां उनकी जमीन-जायदाद पर वहीं के स्थानीय मुस्लिम दबंग कब्जा जमा चुके हैं। वहीँ प्रशासन और सरकार भी उन्हीं गुंडों को संरक्षण दिए हुए है। जिससे पाकिस्तान में जीना मुहाल हो गया है। ऐसे में अभी तक हजारों हिन्दू परिवार पाकिस्तान से भारत में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। पाकिस्तान से उत्पीडन का शिकार होकर आये जयराम ने बताया कि वह किसान हैं। लेकिन दिल्ली के आस पास खेती नाममात्र की है। इसी लिए वह मुजफ्फरपुर आये हैं। वहीँ मुजफ्फरनगर पहुंचे जयराम और उनके कुनबे का स्थानीय लोगों ने तिलक लगाकर स्वागत किया। ग्रामीण जैनेन्द्र फौजी के कहा कि हमारा जिला बहुत बढ़िया है, हम ऐसी व्यवस्था कर सकते हैं कि एक गांव में 300 पाकिस्तानी हिन्दुओं को बसाया जा सके। साथ ही खेती होने के कारण इन पाकिस्तानी शरणार्थीओं को रोजगार भी मिल सकेगा।