अगरतला: केरल में एक दिलचस्प घटनाक्रम में कांग्रेस के एक विधायक ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता की जान को खतरा होने का दावा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। अधिकारियों तथा पार्टी सूत्रों ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कांग्रेस विधायक रतन लाल नाथ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वह केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भाजपा के राष्ट्रीय ‘प्रभारी’ (पर्यवेक्षक) सुनील देवधर को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहे।
अधिकारी ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुद्दे पर त्रिपुरा सरकार का विचार मांगा है।
वहीं, कांग्रेस विधायक ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखने की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा, मुझे पता चला है कि कुछ तस्कर तथा असामाजिक तत्वों ने सुनील देवधर की हत्या करने की योजना बनाई है। मैंने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय को लिखा है।
महाराष्ट्र निवासी देवधर त्रिपुरा में भाजपा के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक हैं और अपनी पार्टी की तरफ से सत्ताधारी वाम मोर्चे के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता मृणाल कांतिदेब ने मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तथा राज्य भाजपा प्रमुख बिपलब कुमार देब से मुलाकात को लेकर हाल में नाथ को नोटिस जारी किया है।
रतन लाल नाथ (71) ने आईएएनएस से कहा, मुझे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कारण बताओ नोटिस मिला है।
साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 सीटें जीती थीं।
सुदीप रॉय बर्मन की अगुवाई में कांग्रेस के छह विधायकों ने बीते साल पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस के एक अन्य विधायक जितेंद्र सरकार ने त्रिपुरा विधानसभा से इस्तीफा देकर पुन: सत्ताधारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का दामन थाम लिया, जिसके बाद राज्य में कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर तीन रह गई है।