Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, September 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»झारखंड सरकार का प्रति व्यक्ति आय निर्धारण का फॉर्मूला गलत: राधाकृष्ण किशोर
    Jharkhand Top News

    झारखंड सरकार का प्रति व्यक्ति आय निर्धारण का फॉर्मूला गलत: राधाकृष्ण किशोर

    adminBy adminMarch 7, 2024Updated:March 7, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    पलामू। छतरपुर के पूर्व विधायक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि राज्य सरकार ने विधानसभा में 2023-24 का झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया है कि वर्ष 2023-24 में वर्तमान मूल्य पर राज्य के प्रत्येक व्यक्ति की आय 98649 रूपए होने का अनुमान है। झारखंड के प्रत्येक व्यक्ति की आय 98649 रुपये बताया जाना वास्तविक नहीं है।

    पलामू ऐसे और कई जिले हैं, जो सुखाड़, बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। पलामू, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती गांव की महिलाएं जंगली कंद मूल बेचकर गुजारा करती हैं। झारखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था खेती, दुग्ध तथा मछली उत्पादन पर निर्भर है। वर्षा के अभाव में विगत पांच वर्षों से कृषि उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ा है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। मछली, अंडे, मांस और दूग्ध का उत्पादन आवश्यकता से बहुत ही कम है।

    राष्ट्रीय औसत 410 ग्राम के विरूद्ध झारखंड में प्रति व्यक्ति 152 ग्राम ही दूग्ध उपलब्ध है। झारखंड में गरीबी की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खाद्य एवं पोषण सुरक्षा नीति के तहत 70 लाख परिवारों को शामिल किया गया है। ऐसी स्थिति में गरीबों की आय 98649 रूपए प्रति वर्ष होना कदापि संभव नहीं है।

    नीति आयोग द्वारा बहुउद्धेश्यीय गरीबी के लिए निर्धारित 12 मापदंड पोषण, बालमृत्यु दर, मातृत्व स्वास्थ्य, शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर आदि क्षेत्र में भी झारखंड पीछे है। अधिकतर महिलाएं और बच्चे कुपोषण तथा खून की कमी से प्रभावित हैं।

    श्री किशोर ने कहा कि निःसंदेह झारखंड में घोर आर्थिक विषमता व्याप्त है। एक तरफ उद्योगपतियों, पूंजिपतियों, व्यवसायिकों और वेतनभोगियों की आय है तो दूसरी ओर गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की आय है। दोनों में व्यापक अंतर है। प्रति व्यक्ति आय का निर्धारण उस राज्य में रहने वाले सभी लोगों की आय को जोड़कर राज्य की कुल जनसंख्या से विभाजित कर निर्धारित किया जाता है।

    सरकार के इस फॉर्मूले से राज्य के बड़े उद्योगपतियों, पूंजीपतियों की आय, गांव में रहने वाले किसान मजदूरों की वार्षिक आय से कैसे मेल खा सकती है। उक्त फार्मूला के आधार पर झारखंड में रहने वाले प्रत्येक व्यक्तियों की आय को एक सामान निर्धारित करना गरीबों का मजाक उड़ाने जैसा है।

    इस तरह हो निर्धारण

    पूर्व विधायक ने कहा कि झारखंड सरकार को चाहिए कि प्रति व्यक्ति आय के निर्धारण के लिए दशकों से चली आ रही आंकड़ों की बाजीगरी को छोड़कर झारखंड में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की वास्तविक आय जानने के लिए माइक्रो सर्वे (सूक्ष्म) कराये, ताकि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की प्रति वर्ष वार्षिक आय की वास्तविक स्थिति सुनिश्चित हो सके। बता दें कि खाद्य सुरक्षा के तहत राज्य की 2.79 करोड़ जनता को खाद्यान की आपूर्ति हो रही है।

    Ranchi
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleकांग्रेस के घोषणा पत्र में आर्थिक और न्याय पर रहेगा जोर : थरूर
    Next Article वैश्य मोर्चा कोर कमेटी की बैठक 10 को
    admin

      Related Posts

      हजारीबाग में एक करोड़ के इनामी सहित तीन नक्सलियों का एनकाउंटर, मारा गया सहदेव सोरेन

      September 15, 2025

      धनबाद पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, SSP के आदेश पर 155 SI का स्थानांतरण

      September 15, 2025

      प्रशासन की लापरवाही से यूरिया खाद के लिए तरस रहे हैं किसान

      September 15, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • मेरा दिमाग शायद ज़रूरत से ज़्यादा तेज़ चल रहा था: फोबे लिचफील्ड
      • ला लीगा 2025-26: पहले घरेलू मैच में बार्सिलोना ने वेलेंसिया को 6-0 से रौंदा
      • प्रधानमंत्री मोदी आज पश्चिम बंगाल और बिहार के दौरे पर
      • यूक्रेन की मदद को आगे आए पोलैंड और रोमानिया, जेट विमान तैनात
      • इजराइल का गाजा शहर पर हवाई हमला, कई इमारतों में विस्फोट के बाद आग लगी
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version