नई दिल्ली: फुटबॉल के महारथी फुटबालर डिएगो माराडोना ने रैफरी सिस्टम में वीडियो की मदद लेने का समर्थन किया है। हालांकि आपको बता दें कि इस तकनीक से उस गलत गोल की गणना नहीं की जाएगी जो 1986 में उनसे इंग्लैंड के खिलाफ हुआ था। माराडोना ने फीफा की एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा कि आज हर गेम में तकनीक की मदद ली जा रही है तो ऐसे में फुटबॉल को कैसे पीछे छोड़ सकते हैं। तकनीक के मामले में फुटबॉल को पीछे नही रख सकते।
माराडोना ने कहा कि कई बार गलत गोल को भी खिलाड़ी उसे सही ठहराते हैं ऐसे तकनीक का सहारा लेना बहुत जरूर है। टेक्नोलॉजी खेल में पारदर्शिता और गुणवत्ता लाने का काम करती है। माराडोना के अनुसार, टेक्नोलॉजी उन टीमों के लिए पॉजिटिवपरिणाम का काम करती है जो खेल में रिस्क या अटैक करते हैं।
फुटबॉल के टूर्नामेंट्स में कई बार वीएआर टेक्नोलॉजी टेस्ट किया जा चुका है। हाल ही में कोन्फिडरेशन्स कप जो रूस में खेला गया था, उसमें भी वीएआर टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया था।