कहा, हिमंता बिस्वा सरमा की बातें संघीय ढांचे के लिए सही नहीं
असम की पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाये
गृह मंत्री से पूछा, क्या यह सही है कि राजकीय कोष से चुनाव प्रचार किया जाये
रांची। झामुमो के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की आलोचना की है। गुरुवार को सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा ने असम में बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में निम्नस्तरीय बातें कहीं हैं। सुप्रियो ने कहा कि लेकिन कल जिस प्रकार का वाकया पेश हुआ, जैसे लगा कि भूचाल आ गया। प्रेस कांफ्रेंस तक हो गये कि राज्य सरकार जासूसी करा रही है। जबकि जिनकी बातें हो रही है, वे कल तक राज्य के मंत्री थे, पूर्व में मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं तो उनके हिसाब से उन्हें जो सुरक्षा कवच मिलना चाहिए, वही वहां भी मिला हुआ था। स्पेशल ब्रांच के अधिकारी, जो उन्हें ड्यूटी मिली थी, वे तो अपनी ड्यूटी करेंगे ही। सुप्रियो ने कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा की बातें संघीय ढांचे के लिए सही नहीं हैं और उन्होंने असम पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाये हैं। सुप्रियो ने कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा को पता होना चाहिए कि राज्य के मुख्यमंत्री या मंत्री के दौरे की सारी बातें तथ्यों और समयों के साथ सभी महत्वपूर्ण पदाधिकारियों को उपलब्ध हो जाती हैं, ताकि उन्हें सुरक्षा कवच मिल सके। उन्होंने कहा कि सरमा की बातें ओछी मानसिकता को दर्शाती हैं। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से भी सवाल किया कि क्या यह सही है कि राजकीय कोष से चुनाव प्रचार के लिए खर्च वहन किया जाये। सुप्रियो ने कहा कि असम पुलिस ने राज्य पुलिस मुख्यालय को एक पत्र भेजा था कि हिमंता बिस्वा सरमा राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए झारखंड बार-बार जा सकते हैं, क्योंकि वह भाजपा के स्टार प्रचारक और वहां के चुनाव प्रभारी बनाये गये हैं। सुप्रियो ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि एक राज्य का मुख्यमंत्री दूसरे राज्य में चुनाव प्रभारी का काम देखता है और अपने राज्य की सारी सुरक्षा व्यवस्था को झोंक देता है। उन्होंने कहा कि सरमा को अपने पद की गरिमा को बनाये रखना चाहिये।