Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, July 1
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत गुयाना में ‘जन औषधि केंद्र’ स्थापित करेगा
    देश

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत गुयाना में ‘जन औषधि केंद्र’ स्थापित करेगा

    shivam kumarBy shivam kumarNovember 21, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत कैरेबियाई देश में अपना फार्मा निर्यात बढ़ाना चाहता है। इस दिशा में भारत वहां ‘जन औषधि केंद्र’ स्थापित करने की योजना भी बना रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और गुयाना दोनों देश वैश्विक संस्थानों के सुधार को लेकर अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली के साथ कैरेबियन गार्डन सिटी जॉर्जटाउन में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।

    संयुक्त पत्रकार वार्ता में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा, खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत और गुयाना दोनों वैश्विक संस्थानों के सुधार की आवश्यकता पर सहमत हैं। उन्होंने आगे कहा कि “हमने अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए कई नई पहलों की पहचान की है। भारत ने गुयाना में कौशल विकास और क्षमता निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमने पिछले साल बाजरा प्रदान करके खाद्य सुरक्षा में योगदान दिया है। अन्य फसलों की खेती में भारत लगातार सहायता करता रहेगा। कृषि को लेकर आज हुए समझौता ज्ञापन से हमारे प्रयासों को और मजबूती मिलेगा। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि कि भारत कैरेबियाई देश में अपना फार्मा निर्यात बढ़ाएगा। इस दिशा में हम यहां ‘जन औषधि केंद्र’ स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।

    हरित और टिकाऊ भविष्य के लिए भारत के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को देखते हुए हम नेचुरल पार्टनर के रूप में आगे बढ़ेंगे। हमें उम्मीद है कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा में गयाना अहम भूमिका निभाएगा। इस संदर्भ में लॉन्ग टर्म पार्टनरशिप के लिए एक खाका तैयार किया जायेगा। साथ ही मोदी ने कहा कि गयाना के आधारभूत संरचना विकास में भारत एक विश्वसनीय पार्टनर के रूप में योगदान देता रहा है। उन्हें ख़ुशी है कि हमारे प्रयासों से ईस्ट बैंक ईस्ट कोस्ट रोड परियोजना का पहला चरण संपन्न होने जा रहा है। पिछले वर्ष भारत द्वारा सप्लाई की गई यात्री और मालवाहक नौका से गयाना के विभिन्न क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ी है। टेक्नॉलजी में सहयोग बढ़ाते हुए हम अपने संबंधों को एक भविष्य की दिशा दे रहे हैं। भारत का डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर यानी इंडिया स्टैक सार्वजनिक सेवा वितरण में क्रांति लाने जा रहा है। साथ ही यह सुशासन और पारदर्शिता बढ़ाने का भी प्रभावी माध्यम है। टेक्नॉलजी के माध्यम से जन कल्याण सुनिश्चित करने का हमारा अनुभव हम गयाना के साथ साझा करेंगे।

    इस दौरान, अपने भव्य स्वागत को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति इरफान अली का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 56 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का गयाना की यात्रा पर आना हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण मीर का पत्थर है। मोदी ने कहा कि गुयाना के साथ मेरा निजी रूप से गहरा नाता रहा है। लगभग 24 वर्ष पहले एक सामान्य नागरिक रूप में उन्हें यहां आने का अवसर मिला था। भारत और गुयाना के संबंध कितने ऐतिहासिक और गहरे हैं, उसकी झलक उन्होंने उस वक्त देखी थी। आज प्रधानमंत्री के रूप में एक बार फिर यहां आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इरफान अली का भारत के साथ एक विशेष और अटूट नाता है। पिछले वर्ष उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में प्रवासी भारतीय दिवस की शोभा बढ़ाई। उनकी यात्रा से हर क्षेत्र में हमारे सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रेरणा मिली थी। इसी सकारात्मक भाव से आगे बढ़ते हुए हम अपनी पारस्परिक लाभकारी साझेदारी की रचना कर रहे हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleराष्ट्रपति मुर्मु आज और कल तेलंगाना में
    Next Article बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात, रविवार तक ‘फेंजल’ के तट पर पहुंचने की संभावना
    shivam kumar

      Related Posts

      हिमाचल में खराब मौसम के बीच एचआरटीसी बस पलटी, 44 से ज्यादा यात्री घायल

      July 1, 2025

      राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में आयुष विवि का किया लोकार्पण

      July 1, 2025

      ‘कक्षा एक से छह तक क्षेत्रीय भाषा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए’, भाषा विवाद पर बोले आठवले

      July 1, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • किशोर जेना नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 से बाहर, यशवीर सिंह को मिला मौका
      • मुंबई से क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे यशस्वी जायसवाल
      • हिमाचल में खराब मौसम के बीच एचआरटीसी बस पलटी, 44 से ज्यादा यात्री घायल
      • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में आयुष विवि का किया लोकार्पण
      • ‘कक्षा एक से छह तक क्षेत्रीय भाषा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए’, भाषा विवाद पर बोले आठवले
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version