रांची। झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर छात्रों का आंदोलन तेज हो गया है। गुस्से में छात्र नक्सली बनने की बात कर रहे हैं। जेपीएससी गेट पर छात्र नेता सत्यनारायण शुक्ला के नेतृत्व में छात्रों ने पिंडदान और ब्रम्हभोज कर अपना विरोध दर्ज किया और राज्य सरकार से जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है।
जेपीएससी वह पहली संस्था है, जहां अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होने के छह महीने बाद भी अब तक न तो नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और न ही कोई कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आयोग में 22 अगस्त 2024 से अध्यक्ष का पद खाली पड़ा हुआ है। तत्कालीन अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा सहित आधा दर्जन से अधिक परीक्षाएं लटकी हुई हैं।
इन लटकी परीक्षाओं में सबसे ज्यादा परेशानी 11वीं से 13वीं सिविल सेवा के मुख्य परीक्षा में शामिल छात्रों को हो रही है। छात्रों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण उनकी तैयारी और भविष्य दांव पर लग गया है।
छात्रों ने सरकार से मांग की है कि जेपीएससी में जल्द से जल्द अध्यक्ष की नियुक्ति की जाए ताकि परीक्षा प्रक्रिया में कोई और विलंब न हो और छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सके।