नयी दिल्ली। मुंबई हमले की साजिश रचने वाले आतंकी तहव्वुर राणा को गुरुवार को अमेरिका से भारत लाया गया। तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाने वाला विमान दिल्ली के पालम टेक्निकल एयरपोर्ट पर उतरा। यहां से तहव्वुर को सीधे एनआइए हेडक्वार्टर ले जाया गया। एनआइए हेडक्वार्टर के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। दिल्ली में हाइ अलर्ट घोषित किया गया है। राणा को कोर्ट में पेश करने के बाद मेडिकल टेस्ट कराया गया। बताते चलें कि जांच एजेंसी एनआइए और खुफिया एजेंसी रॉ की एक संयुक्त टीम तहव्वुर को लेकर आयी है। इसमें झारखंड कैडर के दो आइपीएस अधिकारी आइजी आशीष बत्रा और डीआइजी जया राय की अहम भूमिका रही है।
एनआइए में तैनात हैं दोनों अधिकारी:
आइजी आशीष बत्रा और डीआइजी जया राय, दोनों केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और एनआइए में पदस्थापित हैं। तहव्वुर राणा को भारत लाने की जो प्रक्रिया थी, उसे पूरा करने में इन्होंने अहम भूमिका निभायी। आशीष बत्रा 1997 बैच के आइपीएस हैं और जया राय 2011 बैच की। आशीष बत्रा पिछले पांच सालों से एनआइए में पदस्थापित हैं। झारखंड में वह रांची, जमशेदपुर और हजारीबाग एसपी के अलावा आइजी अभियान के पद पर काम कर चुके हैं। आइपीएस जया राय झारखंड के जामताड़ा की रहने वाली है। वह झारखंड में कई जिलों में एसपी के पद पर काम कर चुकी है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद वह एनआइए में डीआइजी के पद पर पदस्थापित हैं। झारखंड में पदस्थापन के दौरान जया राय ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी।
तिहाड़ जेल में हाइ सिक्योरिटी वार्ड में रखा जायेगा:
प्राप्त जानकारी के अनुसार राणा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में हाइ सिक्योरिटी वार्ड में रखा जायेगा। जेल प्रशासन ने इसके लिए जरूरी इंतजाम कर लिये हैं। उसे कब और किस वार्ड में रखा जायेगा, इसका अंतिम फैसला कोर्ट के आदेश के बाद ही लिया जायेगा। उधर, एनआइए ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को सजा दिलाने के लिए कई सालों तक लगातार कोशिशें करने के बाद गुरुवार को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कर लिया गया। भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण समझौते के तहत शुरू की गयी कार्यवाही के तहत राणा को अमेरिका में न्यायिक हिरासत में रखा गया था। राणा ने प्रत्यर्पण रोकने के लिए सभी कानूनी रास्ते आजमाये, लेकिन आखिरकार उसका प्रत्यर्पण हो गया।