नई दिल्ली। देश के दो महान आध्यात्मिक और नैतिक नेता श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक वार्तालाप के शताब्दी समारोह का आज शुभारंभ होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुबह करीब 11 बजे राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में इस समारोह का श्रीगणेश करने के साथ उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे। भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी पार्टी के शीर्ष नेता और प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम को अपने एक्स हैंडल पर सचित्र साझा किया है।
पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, यह ऐतिहासिक वार्तालाप 12 मार्च, 1925 को महात्मा गांधी की यात्रा के दौरान शिवगिरी मठ में हुआ था। यह वैकोम सत्याग्रह, धर्मांतरण, अहिंसा, अस्पृश्यता उन्मूलन, मोक्ष प्राप्ति, दलित उत्थान आदि विषयों पर केंद्रित था। विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री नारायण धर्म संघम ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित इस वैचारिक महाकुंभ में आध्यात्मिक गुरु और अन्य सदस्य आएंगे। यह सभी भारत के सामाजिक एवं नैतिक ताने-बाने को आकार देने वाले दूरदर्शी संवाद पर विचार करेंगे। यह विचार श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी समर्थित सामाजिक न्याय, एकता और आध्यात्मिक सद्भाव के साझा दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण आदराजंलि होंगे।