नई दिल्ली। प्राइवेट जेट सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी फ्लाईएसबीएस एविएशन के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जोरदार एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 225 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर 90 प्रतिशत प्रीमियम के साथ इसकी लिस्टिंग 427.50 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली शुरू हो जाने के कारण कुछ ही देर में कंपनी के शेयर उछल कर 448.85 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों का पैसा लगभग डबल हो गया है और उनका मुनाफा 99.49 प्रतिशत के स्तर तक पहुंच गया है।
फ्लाईएसबीएस एविएशन का 102.53 करोड़ रुपये का आईपीओ 1 से 5 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 318.68 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 191.93 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 563.64 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 286.06 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 45.57 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी लॉन्ग टर्म ड्राई लीज बेसिस पर छह नए विमान लेने, पुराने कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 3.44 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 11.25 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 28.41 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम में भी बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की टोटल इनकम 34.68 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 106.72 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछलकर 195.38 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई।
हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 3.36 करोड़ रुपये का कर्ज था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में घटकर 2.56 करोड़ रुपये के स्त पर आ गया। हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में कंपनी के कर्ज में काफी बढ़ोतरी हुई और ये 17.93 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।