वाशिंगटन (अमेरिका)। वेनेजुएला के दो सैन्य विमानों के गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में तैनात अमेरिकी नौसेना के पोत के पास से गुजरने की घटना को पेंटागन ने गंभीरता से लिया है। पेंटागन इसे बेहद भड़काऊ कदम माना है। गुरुवार रात एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में रक्षा विभाग ने लिखा कि यह कदम हमारे मादक-आतंकवाद विरोधी अभियानों में बाधा डालने के लिए उठाया गया।
एबीसी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन ने यह जानकारी देते हुए बयान में वेनेज़ुएला के कार्टेल को सख्त सलाह दी है कि वह अमेरिकी सेना के मादक पदार्थों और आतंकवाद विरोधी अभियानों में हस्तक्षेप करने का प्रयास न करे। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी नौसेना ने हाल ही में कैरिबियन और प्रशांत महासागर में आठ जहाज तैनात किए हैं।
इस घटनाक्रम पर सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट में विस्तार से जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में रक्षा विभाग के अनेक अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि गुरुवार को वेनेज़ुएला के दो सशस्त्र एफ-16 लड़ाकू विमानों ने यूएसएस जेसन डनहम (युद्धपोत) के ऊपर से उड़ान भरी। कार्टेल ने एक तरह से शक्ति प्रदर्शन किया। हाल ही में अमेरिकी नौसेना के जहाजों को वेनेजुएला के तटीय जलक्षेत्र में भेजा गया है, क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने ड्रग कार्टेल पर नकेल कसने का संकल्प लिया है। इस वजह से ट्रंप और वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के बीच तनाव बढ़ रहा है।
ट्रंप प्रशासन ने मादुरो पर अमेरिका में नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रग कार्टेल के साथ गठजोड़ करने का आरोप लगाया है। अमेरिकी ने हाल ही में मादुरो की गिरफ्तारी पर इनाम की राशि को दोगुना करके 5 करोड़ डॉलर कर दिया है। उधर, वेनेजुएला सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया है।मादुरो ने इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी युद्धपोतों को “आपराधिक और खतरनाक ख़तरा” बताया था।
ट्रंप और विदेशमंत्री मार्को रुबियो के अनुसार, मंगलवार को अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला से ड्रग्स ले जा रही थी एक नाव पर हमला किया था। अमेरिकी सेना ने दावा किया था कि उसने नाव पर सवार 11 लोगों को मार डाला। इन 11 लोगों के वेनेजुएला के गिरोह ट्रेन डे अरागुआ से जुड़े होने का संदेह था।