नयी दिल्ली। चीन ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हे ‘भारत की चीन नीति का वास्तुकार’ बताया। वाजपेयी को शानदार नेता बताते हुए चीन ने कहा कि उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्ष 1998 में परमाणु परीक्षण से लेकर 2003 में नयी सीमा वार्ता प्रक्रिया शुरू करने तक अटल बिहारी वाजपेयी को भारत की चीन नीति का वास्तुकार माना जाता है।
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत के शानदार नेताओं में शामिल वाजपेयी ने चीन-भारत संबंधों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चीन ने वाजपेयी के निधन पर उनके परिजनों और भारत के प्रति गहरी संवेदना जताई। मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री ली केकियांग ने संवेदना संदेश भेजा है।
वही चाईना रिफॉर्म फोरम में सेंटर फॉर स्ट्रैटजिक स्टडीज के निदेशक मा जियाली ने कहा कि भारत के पोखरण परमाणु परीक्षण को लेकर जहां चीन में चिंता जताई जाने लगी, वहीं तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधि (एसआर) प्रणाली का गठन किया। चीन के पूर्व प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के साथ काम कर चुके जियाली ने कहा कि वाजपेयी के शासनकाल में भारत-चीन संबंधों में काफी सुधार आया।