रांची। शहर में 16 स्थानों पर 10 दिसंबर से अधूरी तैयारी के साथ सीसीटीवी से चालान काटने का ट्रायल शुरू होगा। आनन-फानन में चालान काटने का निर्देश तो दे दिया गया, पर न तो सही तरीके से ट्रैफिक सिग्नल काम कर रहा है और न ही जेब्रा क्रॉसिंग व स्टॉप लाइन ही दिख रही है। इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस चालान काटने की तैयारी में है। ट्रायल 10 से 31 दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद एक जनवरी से यह व्यवस्था नियमित होगी। एक जनवरी से सीसीटीवी के माध्यम से कटे चालान को वाहन मालिकों को उनके पते पर डाक से भेजा जायेगा।
पुलिस मैनुअल संचालित करती है ट्रैफिक
बिरसा चौक, प्रेम संस मंदिर चौक, सुजाता चौक, जेल चौक, अरगोड़ा चौक, चांदनी चौक, सर्जना चौक, करमटोली चौक, सहजानंद चौक, हिनू चौक, कचहरी चौक, बूंटी मोड़ चौक, रातू रोड चौक, एजी मोड़ चौक, सिरमटोली चौक और लालपुर चौक। जबकि आलम यह है कि इनमें ज्यादातर जगहों पर ट्रैफिक सिग्नल व्यस्ततम समय पर काम नहीं करता। जवान मैनुअली ट्रैफिक संचालित करते हैं।
ट्रायल में रेड सिग्नल, बिना हेलमेट, ट्रिपल राइड वाले होशियार
ट्रायल के दौरान बिना हेलमेट, ट्रिपल राइड और रेड सिग्नल तोड़ने वालों का चालान काटा जाएगा। इसके लिए शनिवार को कई जगहों पर ट्रैफिक डीएसपी रंजीत लकड़ा के नेतृत्व में वाहन चालकों के लिए जागरुकता अभियान चलाया गया। लोगों को बताया गया कि हर हाल में वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पालन जरूर करें।
पुलिस अनजान रेड सिग्नल पर कहां रुके पता नहीं
वाहन चालकों को यह भी पता नहीं है कि रेड सिग्नल होने पर कहां रुके। ट्रैफिक पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं है। इसलिए जब रेड सिग्नल होता है या ट्रैफिक पुलिस रुकने का इशारा करती तो वाहन चालक जेब्रा क्रॉसिंग पर या उससे आगे निकलकर रुकते हैं। ट्रैफिक पुलिस भी देखकर ऐसे वाहन चालकों का चालान नहीं काटती।
350 से अधिक ट्रेंड ट्रैफिक पुलिस चाहिए, हैं आधे
शहर में ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए 350 से अधिक जवानों की जरूरत है। लेकिन इनकी संख्या आधी है। इनमें से आधे वीवीआईपी को पास कराने में आधे समय लगे रहते हैं। यही वजह है कि एमजी रोड, बहु बाजार रोड, लालपुर से कांटाटोली रोड, सर्कुलर रोड, रातू रोड में दिन भर जाम लगा रहता है।