बर्मिंगम : पहली बार वनडे का वर्ल्ड चैंपियन बनी इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए आज से एक और बड़ी चुनौती इंतजार कर रही है, बस क्रिकेट का फॉर्मेट अलग है। विश्व विजेता के सामने अब क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विताओं में से एक एशेज सीरीज सामने है, जहां वह बर्मिंगम में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया से लोहा लेगा। खास बात यह है कि आज से इसी टेस्ट के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की भी शुरुआत हो रही है, जिसे क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट की लोकप्रियता बनाए रखने के लिए इस खेल की ग्लोबल संस्था इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने शुरू किया है।
दोहरी सफलता की तलाश
वर्ल्ड कप में जीत के बाद इंग्लैंड एशेज टेस्ट सीरीज को भी अपने नाम कर घरेलू सीजन का अंत दोहरी कामयाबी के साथ करना चाहेगा। वर्ल्ड कप अगर 50 ओवर के फॉर्मेट की सबसे बड़ी प्रतियोगिता है, तो टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के लिए एशेज से बढ़कर कुछ नहीं है। पिछले कई वर्षों में यह इंग्लैंड के लिए सबसे महत्वपूर्ण घरेलू सीजन है और उसने इसकी शुरुआत पहली बार वर्ल्ड कप जीतकर की।
ऑस्ट्रेलियाई प्रतिष्ठा दांव पर
टिम पेन के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया एशेज सीरीज जीतकर साउथ अफ्रीका में पिछले साल बॉल टैंपरिंग एपिसोड को पीछे छोड़ने की कोशिश करेगा जिसके कारण पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरून बैंक्रॉफ्ट को प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था। एजबेस्टन में इन तीनों बल्लेबाजों के खेलने की उम्मीद है और बैनक्रॉफ्ट को भी उसी तरह की हूटिंग का सामना करना पड़ सकता है, जैसा वर्ल्ड कप के दौरान वॉर्नर और स्मिथ को झेलना पड़ा था।