लंदन: सिखों के दसवें गुरू गुरू गोबिंद सिंह की 350वीं जयंती के मौके पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेजा मे ने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था, धर्मार्थ और सशस्त्र बलों में असाधारण योगदान के लिए ब्रिटिश सिखों की सरहाना की।
प्रकाश पर्व को विशेष जयंती करार देते हुए ब्रिटिश प्रधानमóांी ने कहा कि यह मौका समानता, सम्मान और न्याय, तथा वंचितों की मदद करने के मूल्यों को रेखांकित करता है।
उन्होंने अपने संदेश में कहा ‘‘ मैंने गुरूद्वाओं की यात्रा करने से लेकर डर्बी में सिख युद्ध स्मारक में शामिल होने के दौरान बार बार इन मूल्यों को अमल में लाते हुए देखा है। जब हम वैशाखी मनाएंगे तो हम एक बार फिर से याद करेंगे कि गुरू गोबिंद सिंह जी की शिक्षाएं हमारे व्यापक समाज को किस तरह से समृद्ध करती हैं।’’ टेरेजा ने कहा कि यह जयंती यह याद करने का मौका है कि ब्रिटिश सिखों ने व्यापार, व्यवसाय, धर्मार्थ और हमारे सशस्त्र बलों में असाधारण योगदान दिया है और योगदान देना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि वह इस मौके पर गुरूपर्व मनाने वालों को शुभकामनाएं और बधाई देती हैं।
ब्रिटेन में भारत के नए उच्चायुक्त वाई के सिन्हा, उप उच्चायुक्त दिनेश के पटनायक और ब्रिटेन में भारत के उच्चायोग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शेफर्ड के ऐतिहासिक गुरूद्वारा साहिब में कल प्रार्थनाओं में शिरकत की। यह यूरोप का सबसे पुराना गुरूद्वारा है।
गुरूद्वारा समिति ने उचायुक्त को सिरोपा भी दिया।
श्री गुरू गोबिंद सिंह जी को श्रद्धांजलि देते हुए सिन्हा ने सिख गुरू के महान गुणों और इंसानियत के लिए उनके ठोस योगदान का हवाला दिया।