दावोस: भारत के पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन का विश्वास व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के प्रस्तावित गठबंधन को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और कहा कि ‘‘मजबूत के खिलाफ कमजोरों का हाथ मिलाना स्वाभाविक है ।’’ विश्व आर्थिक मंच की वाषिर्क बैठक में शिरकत करने के लिए यहां आए गडकरी ने भरोसा जताया कि मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले ने देश के गरीबों को सही संदेश दिया है कि राजस्व बढ़ने से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में निवेश बढ़ाने में मदद मिलेगी ।
गडकरी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हमें इन पांच राज्यों में अच्छी कामयाबी मिलेगी ।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या सपा और कांग्रेस का गठबंधन उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए मुश्किल पैदा करेगा, इस पर गडकरी ने कहा कि हर पार्टी जीत की उम्मीद के साथ चुनाव लड़ती है और प्रकृति का नियम है कि कमजोर पार्टियां मजबूत पार्टी के खिलाफ एकजुट होती हैं ।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि नोटबंदी के बाद जिस तरह गरीबों में संदेश गया है और हमारी सरकार ने जिस तरह काम किया है, ऐसे में गरीब, किसान, मजदूर और हमारे गांवों के लोग जाति, धर्म एवं भाषा के बारे में सोचे बगैर भाजपा का समर्थन करेंगे ।’’