कोलकाता । पश्चिम बंगाल में तबाही लेकर आए चक्रवाती तूफान ’अम्फन’ से 72 लोगों की मौत हुई है। इनमें से उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, नदिया, पूर्व मेदिनीपुर, हुगली व हावड़ा के 57 लोग हैं, जबकि कोलकाता के 15 लोग हैं। ज्यादातर लोगों की मौत पेड़ गिरने, घर गिरने व बिजली के तार से करंट लगने से हुई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नवान्न में प्रेस कॉन्फ्रेंस उक्त विषय पर जानकारी दी। चक्रवात को लेकर उन्होंने आपातकालीन समीक्षा बैठक की है। बैठक के बाद उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2.5-2.5 लाख रुपये का मुआवजा देने और राहत व बचाव कार्य के लिए 1000 करोड़ रुपये का राहत फंड बनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि वह आकर खुद स्थिति को देखें। केंद्र सरकार से मदद मांगी गई है। युद्ध स्तर पर राहत व बचाव का काम करना होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी फोन किया था और पूरी स्थिति की जानकारी ली व मदद का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी थी। बहुत ही भयंकर आपदा है। केंद्र सरकार को मदद करनी चाहिए। वह खुद शनिवार को प्रभावित इलाकों में जाने की कोशिश करेंगी। मंत्री जिलों में जायेंगे। बनर्जी ने कहा कि हालांकि पैसे नहीं हैं, लेकिन राहत व बचाव के लिए प्राथमिक रूप से 1000 करोड़ रुपये का फंड का गठन किया गया है। इससे चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में मूलत: पेय जल, नदी बांध निर्माण, बिजली बहाली सहित प्राथमिक कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि फोन से भी संपर्क टूट गया था। लगभग पांच हजार पेड़ उखड़ गये हैं। बड़ी संख्या में बिजली के खंभे भी उखड़ गये हैं। नदी बांध भी बड़ी संख्या में टूटे हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। वह शीघ्र ही जिलाधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगी। 400 किलोमीटर तक लगातार ताडंव चला। पूरी रिपोर्ट मिलने पर समय लगेगा। राज्य सरकार सतर्क थी। इस कारण लाखों लोगों को बचा पायें। कई इलाके में अभी भी पेय जल नहीं है। सबसे पहले पेयजल व बिजली की व्यवस्था करनी होगी। बच्चे को खाने का अभाव व पशु खाद्य का अभाव नहीं हो।
उन्होंने बताया कि मृतकों में जिलों में कुल 57 लोगों की मौत हुई है। इनमें उत्तर 24 परगना में 17, दक्षिण 24 परगना में 18, हावड़ा में सात नदिया में छह, पूर्व मेदिनीपुर में छह व हुगली में दो सहित अन्य शामिल हैं। वही जो 15 लोग कोलकाता में मारे गए हैं उनमें से रिजेंट पार्क में दो, तिलजला में एक, पर्णश्री में एक, मानिकतला में एक, बेनियापुकुर में एक, जोड़ासांकू में एक, गिरीश पार्क में एक, विवेकानंद रोड में एक, बड़ाबाजार में एक, कोलकाता क्लब के पास एक, अलीमुद्दीन स्ट्रीट में एक सहित अन्य शामिल हैं।