राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप आज भारत के अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंचने वाली है। इस बीच कांग्रेस ने विमान की डील को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए विमानों की कीमत के बारे में पूछा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को इस डील की कीमत अब तो बता देनी चाहिए।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, एक राफेल की कीमत कांग्रेस सरकार ने ₹746 करोड़ तय की थी लेकिन “चौकीदार” महोदय कई बार संसद में और संसद के बाहर भी मांग करने के बावजूद आज तक एक राफ़ेल कितने में खरीदा है, बताने से बच रहे हैं। क्यों? क्योंकि चौकीदार जी की चोरी उजागर हो जायेगी!! “चौकीदार” जी अब तो उसकी क़ीमत बता दें!!
दिग्विजय सिंह ने लिखा कि राष्ट्रीय सुरक्षा का आंकलन करते हुए रक्षा मंत्रालय ने 126 राफेल खरीदने की सिफारिश की थी जो UPA ने स्वीकार कर सहमति दी। अब मोदी जी ने 126 के बजाय 36 राफेल खरीदने का फैसला क्यों लिया? यह पूछने पर भी कोई जवाब नहीं। क्या मोदी जी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया?
उन्होंने लिखा, यदि हम इन प्रश्नों का उत्तर मांगते हैं तो मोदी जी की ट्रोल आर्मी और उनके “कठपुतली” मीडिया एंकर हमें राष्ट्रद्रोही बताते हैं!! क्या प्रजातंत्रीय व्यवस्था में विपक्ष को प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है? फ्रांस से भारत आ रहे 5 राफेल लड़ाकू विमानों के स्वागत के लिए अम्बाला में तैयारियां पूरी है। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है।