उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में गुरुवार सुबह एक खेत में तीन साल की बच्ची का शव मिलने से हड़कंप मच गया और उसका गला दबाकर हत्या कर दी गई। 20 दिनों में अंदर यह जिले में एक नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद हत्या करने की तीसरी घटना है।
लड़की बुधवार से लापता थी और उसका शव घर से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर चोटों के साथ मिला था। कल पुलिस ने इसे हत्या कहा था। पुलिस ने कहा कि यौन शोषण की पुष्टि शव परीक्षण से हुई।
बच्ची के पिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में एक अन्य ग्रामीण लेखराम पर आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी को पुरानी रंजिश में अगवा किया गया था और उसकी हत्या कर दी गई थी। जिला पुलिस प्रमुख सतेंद्र कुमार ने कहा कि आरोपी शख्स की तलाश के लिए पुलिस ने चार टीमें बनाई हैं।
लखीमपुर खीरी जिले में एक 17 वर्षीय लड़की छात्रवृत्ति आवेदन भरने के लिए घर से निकली थी, वह अपने गांव के बाहर मृत पाई गई। उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। उसका कटा हुआ शरीर उसके गांव से लगभग 200 मीटर दूर एक सूखे तालाब के पास मिला।
इससे पहले, जिले में एक 13 वर्षीय लड़की का बलात्कार किया गया था और उसका गला घोंट दिया गया था। पुलिस ने कहा कि लड़की दोपहर में अपने खेतों में गई थी और जब वह घर नहीं लौटी तो उसके परिवार ने उसकी तलाश शुरू कर दी। वह एक गन्ने के खेत में मृत पाई गई थी।
जिले में हो रही इन घटनाओं को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के साथ सार्वजनिक नाराजगी को जन्म दिया है, जिसे लेकर योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार पर कानून और व्यवस्था की स्थिति को लेकर लगातार हमले हो रहे हैं। राज्य के कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लालू ने ट्वीट किया, “इतनी सारी घटनाओं के बाद भी हमारे ‘सख्त’ मुख्यमंत्री ने जिम्मेदारी तय नहीं की है। एक मरणासन्न व्यवस्था और एक असहाय मुख्यमंत्री।”
विशेष रूप से नाबालिगों के खिलाफ अपराधों में तेजी का सामना करते हुए राज्य सरकार ने हाल ही में इन मामलों को संभालने और महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की अध्यक्षता में एक महिला और बाल सुरक्षा संगठन की स्थापना की।