पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार को संपन्न हो गया। मतगणना 10 नवंबर को होगी, लेकिन विभिन्न चैनलों के एग्जिट पोल के नतीजे बता रहे हैं कि ‘सुशासन बाबू’ नीतीश कुमार की सत्ता में वापसी मुश्किल है। अधिकतर सर्वे में राजद के नेतृत्ववाले महागठबंधन को बढ़त मिलने की संभावना व्यक्त की गयी है। इंडिया टुडे के सर्वे में कहा गया है कि 44 फीसदी लोग तेजस्वी यादव को सीएम बनाना चाहते हैं, जबकि नीतीश के पक्ष में 34 फीसदी लोग हैं। तीन फीसदी ने सुशील कुमार मोदी को अगला सीएम माना है। सात फीसदी लोगों ने लोजपा के प्रमुख चिराग पासवान को अगला मुख्यमंत्री माना है।
विकास के मुद्दे पर पड़ा वोट
बिहार में इस बार एग्जिट पोल में अनुमान जताया गया है कि 42 फीसदी लोगों ने विकास के मुद्दे पर मतदान किया। वहीं 30 फीसदी वोट बेरोजगारी और 11 फीसदी मतदान महंगाई के मुद्दे पर हुआ।
महिला मतदाताओं में तेजस्वी लोकप्रिय
टुडे-चाणक्य के एग्जिट पोल में महिला वोटरों के बीच तेजस्वी यादव को सबसे ज्यादा लोकप्रिय बताया जा रहा है। उनको 43 फीसदी वोट, नीतीश कुमार को 42 फीसदी और चिराग पासवान को सात फीसदी वोट मिले हैं।
चिराग ने जदयू को 25 सीटों पर पहुंचाया नुकसान
रिपब्लिक भारत और जन की बात के एग्जिट पोल में बड़ी बात सामने आयी है। बिहार चुनाव में एनडीए से अलग चुनाव लड़ने वाली लोजपा ने जदयू को करीब 25 सीटों पर नुकसान पहुंचाया है। इस सर्वे में एनडीए को 37-39 फीसदी वोट, महागठबंधन को 40-43 फीसदी वोट, लोजपा को 7-9 फीसदी वोट, अन्य को 9-11 फीसदी वोट और जीतन राम मांझी की हम को 1.5-2 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है।
अंतिम चरण में 78 सीटों पर 57.91 फीसदी मतदान
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अंतिम यानी तीसरे चरण में 78 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की प्रक्रिया शनिवार को पूरी हो गयी। तीसरे चरण में 1204 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। इनमें से 1094 पुरुष और 110 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। तीसरे चरण में 78 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव के अलावा वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र उप चुनाव के लिए भी वोटिंग हुई। आरंभिक जानकारी के अनुसार इस चरण में 57.91 प्रतिशत मतदान हुआ है। इससे पहले बिहार चुनाव के पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों और दूसरे चरण के तहत तीन नवंबर को 94 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। मतगणना 10 नवंबर को होगी।