रामगढ़/रजरप्पा: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि इस रजरप्पा महोत्सव के माध्यम से मां का आशीर्वाद राज्य को मिला है। इस अध्यात्मिक देश में हम देवस्थलों से उर्जा प्राप्त करते हैं। भैरवी और दामोदर नदी के संगम पर अवस्थित यह रजरप्पा धाम भी उर्जा का केंद्र है। दिन-प्रतिदिन यह स्थान विकसित हो रहा है। 1-2 वर्षों में यह छिन्नमस्तिका मंदिर देश का प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र बनेगा। मुख्यमंत्री ने शनिविार को रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके के प्रसिद्ध मंदिर में पूजा अर्चना के बाद रजरप्पा के सीसीएल ग्राउंड में 25- 26 फरवरी आयोजित रजरप्पा महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगभग 126 करोड़ रुपये लागत की कुल 41 योजनाओं का आॅनलाइन शिलान्यास भी किया।
समृद्धशाली देशों की कतार में खड़ा होगा झारखंड
झारखंड संपदाओं एवं खनिजों से भरा प्राकृतिक के गोद में बसा, प्राकृति की सुंदरता बिखेरता प्रदेश है। राज्य में खनिज संपदा की प्रचूरता है। पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। बस यहां की अच्छी ब्रांडिंग और ईमानदारी से काम की जरूरत है। झारखंड विश्व के समृद्धशाली देशों क ी कतार में खड़ा राज्य नजर आयेगा। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। राज्य में सैलानियों की संख्या में तेजी आयी है। उन्होंने कहा कि नेतरहाट में सूर्योदय एवं सूर्यास्त देखने के लायक है। सारंडा जंगल भी कम नहीं है। हजारीबाग का राष्टÑीय उद्यान भी काफी अच्छा है। हाल ही में बेतला के जंगल में बाघ दिखा है। राज्य में दर्जनों सुंदर एवं अच्छे जलप्रपात हैं। राज्य में डैम भी देखने लायक हैं। पारसनाथ में जैनियों का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। इसका भी विकास किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि रामगढ़ जिला में पर्यटन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं।
एक दो वर्षों में मां छिन्नमस्तिका मंदिर को विश्व स्तर का बना दूंगा। यह मेरा संकल्प है। यहां भी लोग मां वैष्णों मंदिर की तरह पुजा अर्चना करने आयेंगे। उन्होंने कहा कि रजरप्पा व देवघर में श्रद्धालूओं के रहने के लिए तीन मंजिला भवन का निर्माण होगा, जहां श्रद्धालूओं को रात में रूकने की सुविधा मिलेगी।
पर्यटन के क्षेत्र में हो रहा निवेश
उन्होंने कहा कि झारखंड का अलौकिक प्राकृतिक सौंदर्य पूरी दुनिया के सैलानियों के लिए आकर्षण का विषय हैं। एडवेंचर टूरिज्म, माईनिंग टूरिज्म के साथ-साथ धार्मिक, सांस्कृतिक पर्यटन की सम्भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार पर्यटन सुविधाओं को विकसित कर रही है। इसी क्रम में राज्य के सभी सांस्कृतिक-धार्मिक स्थलों पर महोत्सवों का आयोजन सालों भर किया जा रहा है, ताकि दुनिया के लोग झारखंड के पर्यटन धरोहरों से वाकिफ हों, स्थानीय युवाओं को रोजगार के नये अवसर मिलें और विदेशी मुद्रा की भी आमदनी हो सके। कौशल विकास के जरिये स्थानीय युवाओं को तीन महीने की टुरिस्ट गाइड की ट्रेनिंग देकर मेहमाननवाजी के लिए कुशल बनाया जा रहा है। मोमेंटम झारखमड के दौरान भी पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के कई प्रस्ताव मिले हैं, जिन्हें समयबद्ध रूप से जमीन पर उतारा जायेगा। उन्होंने झारखंड के निवेशकों से भी आग्रह किया कि वे पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए आगे आयें।
रजरप्पा और देवघर में तिरूपति की तर्ज पर आध्यात्मिक पर्यटन के लिए आवासीय सुविधा सरकार उपलब्ध करायेगी।