Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, June 19
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»डीआरडीओ ने बनाई 9 किलो की ​​​​​​बुलेट​ प्रूफ जैकेट
    Breaking News

    डीआरडीओ ने बनाई 9 किलो की ​​​​​​बुलेट​ प्रूफ जैकेट

    sonu kumarBy sonu kumarApril 2, 2021No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
     भारत ​ने ​अपने सैनिकों को दुश्मन की गोलियों से बचाने के लिए हल्की​ ​​बुलेट​ प्रूफ जैकेट ​विकसित कर ली हैं।​ यह जैकेट ​रक्षा अनुसंधान औ​​र विकास संगठन (​डीआरडीओ​) की ​​कानपुर​ स्थित ​​प्रयोगशाला रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान​ ने ​बनाई हैं।​ विकसित की गईं इन ​​​​​​बुलेट​ प्रूफ जैकेट का वजन ​महज ​9.0 किलोग्राम है।
     
    डीआरडीओ की ओर से गुरुवार को बताया गया कि इस हल्की जैकेट को तैयार करने में इस्तेमाल की गई तकनीक ने जैकेट का वजन 10.4 किलोग्राम से घटाकर नौ किलोग्राम कर दिया है। ज्यादा भारी ​​बुलेटप्रूफ जैकेट को अच्छा नहीं माना जाता, क्योंकि इसे पहनने वाला आसानी से चल या भाग नहीं पाता है। इस हल्की फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल (एफएचएपी) जैकेट का परीक्षण टर्मिनल बैलिस्टिक रिसर्च लेबोरेटरी (टीबीआरएल), चंडीगढ़ में किया गया ​है, जो बीआईएस मानकों ​पर पूरी तरह खरी उतरी है।​ ​
     
    ​डीआरडीओ ​का मानना है कि​ सीमा पर अग्रिम मोर्चों या आतंकरोधी ऑपरेशन में तैनात सैनिकों के लिए जीवित रहने की क्षमता सुनिश्चित करते हुए आराम​देह बनाने में ​​​​बुलेटप्रूफ जैकेट​ का प्रत्येक ग्राम​ वजन महत्वपूर्ण ​होता ​है।​ ​इसी के मद्देनजर डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं में बहुत विशिष्ट सामग्री और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी विकसित की गई है।​ ​यह तकनीक मध्यम आकार ​की ​बुलेटप्रूफ जैकेट​​ के वजन को 10.4 से घटाकर 9.0 किलोग्राम कर देती है।​ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ​और ​​डीआरडीओ​ के सचिव ​​डॉ​.​ जी सतेश रेड्डी ने​ सैनिकों को अधिक आरामदायक बनाने के लिए हल्के वजन वा​ली ​बुलेटप्रूफ जैकेट​ विकसित करने के लिए ​डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ​और ​डीएमएसआरडीई टीम को बधाई दी​ है​।​ 
     
    क्या है बुलेटप्रूफ जैकेट 
    दुश्मन की ओर से चलाई गई कोई भी गोली सबसे पहले बुलेटप्रूफ जैकेट की सेरेमिक परत से जाकर टकराती है। सेरेमिक परत बहुत मजबूत होती है, इसलिए इससे टकराते ही गोली का आगे का नुकीला सिरा टुकड़ों में टूट जाता है। ऐसा होने पर गोली की पावर कम हो जाती है और वो आसानी से भेद नहीं पाती है। सेरेमिक परत से टकराने पर गोली के टूटने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जिसे बैलेस्टिक परत अवशोषित कर लेती है। ऐसा होने पर बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए सैनिक को कम से कम क्षति ​पहुंचती है और इस तरह बुलेटप्रूफ जैकेट गोली के प्रभाव को कम करके सैनिक को सुरक्षित रखती है।इस जैकेट में हेलमेट, गर्दन, कोहनी और कमर के हिस्सों को जरुरत के अनुसार अलग किया जा सकता है, जैसे गश्त के दौरान जैकेट के पिछले हिस्से को हटाया जा सकता है।
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Article​​भविष्य के युद्ध तीनों सेनाएं एक होकर लड़ेंगी: रावत
    Next Article घुसपैठिए दीदी के अपने और भारतीय हो गए बाहरी – प्रधानमंत्री
    sonu kumar

      Related Posts

      अहमदाबाद विमान दुर्घटना: डेटा रिकवरी के लिए ब्लैक बॉक्स अमेरिका भेजा जाएगा

      June 19, 2025

      प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौटे

      June 19, 2025

      जेंडर बजट केवल आंकड़े नहीं, विकास का दृष्टिकोण: अन्नपूर्णा देवी

      June 19, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • अहमदाबाद विमान दुर्घटना: डेटा रिकवरी के लिए ब्लैक बॉक्स अमेरिका भेजा जाएगा
      • प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौटे
      • जेंडर बजट केवल आंकड़े नहीं, विकास का दृष्टिकोण: अन्नपूर्णा देवी
      • रूस ने यूक्रेन के 81 यूएवी रोके या मार गिराए
      • राष्ट्रपति ट्रंप ईरान पर हमले को तैयार, अंतिम निर्णय बाकी, अमेरिकी मीडिया का दावा
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version