आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक की। वित्त मंत्री ने एन्हांस्ड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस यानी आसान बैंकिंग का चौथा चरण (ईज-4) भी लॉन्च किया। ईज-4 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए एक कॉमन रिफॉर्म एजेंडा है। देश में बैंकों के प्रदर्शन और कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को गति देने के मामले में हुई प्रगति की समीक्षा करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एन्हांस्ड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस का चौथा चरण लॉन्च किया है। देश में मार्च 2020 में महामारी की शुरुआत होने के बाद से यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और सरकारी बैंकों के प्रमुखों की आमने-सामने की पहली समीक्षा बैठक थी।
ईज-4 से होंगे अनेक फायदे
एनहांस्ड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस का मकसद क्लीन और स्मार्ट बैंकिंग को संस्थागत रूप देना है। ईज 4.0 की मदद से कृषि लोन को लेकर ज्यादा जानकारी हासिल होगी। यह डाटा आधारित हो जाएगा। सबसे बड़ा फायदा किसानों को होगा। उन्हें आसानी से लोन मिलेगा। केंद्र सरकार का लक्ष्य बैंकों की मदद से रूरल इंडिया को ज्यादा लोन बांटने का है। इसके साथ ही वित्तीय इकोसिस्टम में जितने भी खिलाड़ी होंगे, उनके बीच तालमेल बेहतर होगा। इससे बैंकिंग क्षेत्र में सुधार आएगा। इतना ही नहीं, बैंकिंग में तकनीक और गवर्नेंस के क्षेत्र में भी सुधार आएगा।
निर्मला सीतारमण: किसानों को आसानी से मिलेगा लोन, स्मार्ट बैंकिंग के लिए लॉन्च हुआ EASE का चौथा चरण
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