नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 के हटाये जाने के बाद से इस केंद्र शासित राज्य में 2105 कश्मीरी पंडित घाटी में लौट आये हैं।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा में विशम्मभर प्रसाद निषाद, छाया वर्मा, सुखराम सिंह यादव और रामनाथ ठाकुर के पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में बताया कि अनुच्छेद 370 निरस्त किये जाने के बाद प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत प्रदान की गई नौकरियां लेने के लिए लगभग 2105 प्रवासी कश्मीर घाटी में वापस लौट आये हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में 841 और वर्ष 2021-22 में 1264 लोगों की नियुक्तियां की गईं।
राय ने आगे बताया कि 05 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटने के बाद से 24 मार्च 2022 तक जम्मू कश्मीर में कुल 14 हिन्दुओं की हत्या हुई है। इसमें कश्मीरी पंडित समेत अन्य हिन्दू समुदाय के लोग शामिल हैं।