झारखंड विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच भाजपा ने पिछले दो दिन में ऐसी ‘बमबारी’ की, जिसके आगे तमाम विपक्षी दल पस्त हो गये हैं। भाजपा ने एक साथ सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में सबसे निचले स्तर के कार्यकर्ताओं की बैठक कर साबित कर दिया कि इस चुनाव को वह बेहद गंभीरता से ले रही है। मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने राज्य के सभी 514 मंडलों में दो दिन तक प्रवास किया और कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दिया। इस ‘बमबारी’ को भारतीय राजनीति में अभिनव प्रयोग माना जा रहा है, क्योंकि आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था कि चुनाव की घोषणा से पहले ही इतने संगठित तौर पर पूरे राज्य में एक साथ राजनीतिक कार्यक्रम किया गया हो। भाजपा ने इस कार्यक्रम के बाद अब ‘घर-घर रघुवर’ अभियान शुरू करने की तैयारी की है। चुनावी समर में उतरने से पहले ही भाजपा की इतनी सक्रियता से साफ लगता है कि इस बार वह किसी भी कीमत पर चुनाव जीतने के लिए ही मैदान में उतरनेवाली है। भाजपा की इस ताबड़तोड़ रणनीति और विपक्ष की दुविधा के बारे में आजाद सिपाही पॉलिटिकल ब्यूरो की विशेष रिपोर्ट।