झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गयी है। भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के साथ-साथ विपक्षी दल भी अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गये हैं और अपनी चुनावी मशीनरी को चुस्त-दुरुस्त कर रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा जहां 65 प्लस के लक्ष्य को लेकर विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है, वहीं इसके रणनीतिकार कई अन्य लक्ष्यों पर भी निशाना साध रहे हैं। अभी भाजपा का खास फोकस पांच विधानसभा सीटें हैं, जो उसके कब्जे में नहीं हैं। इन पांच सीटों को अपने कब्जे में करने के लिए भाजपा हर दांव आजमाने के लिए तैयार है। ये पांच सीटें हैं, बहरागोड़ा, बरही, पांकी, हुसैनाबाद और पोड़ैयाहाट। इन पांच सीटों पर कब्जे का उद्देश्य सीधे तौर पर विपक्ष को यादव विहीन करना भी है। इनमें से दो सीटों, बरही और पोड़ैयाहाट पर यादवों का कब्जा है, तो हुसैनाबाद में यादवों का वोट निर्णायक होता है। पांकी और बहरागोड़ा पर कब्जा जमाने से भाजपा का 65 प्लस का लक्ष्य आसान हो जायेगा। इसलिए विधानसभा के आसन्न चुनाव में इन पांच सीटों पर दिलचस्प और रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। इन पांच सीटों पर भाजपा के फोकस के कारणों और उद्देश्यों पर प्रकाश डालती आजाद सिपाही पॉलिटिकल ब्यूरो की विशेष रिपोर्ट।