झारखंड में महागठबंधन की सरकार मुकम्मल तौर पर अभी आकार नहीं ले सकी है। महागठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस की उबाल लेती महात्वाकांक्षाओं ने सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन के सामने कुछ असहज स्थिति उत्पन्न कर दी है। मंत्रियों की संख्या और विभागों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस की ओर से पेश की जा रही डिमांड के बीच हेमंत सोरेन की चुनौती इस बात को लेकर है कि वे कैसे संतुलन साधते हैं। हालांकि हेमंत अब राजनीति के परिपक्व खिलाड़ी हैं और उम्मीद यही है कि वे इस गतिरोध का बेहतर समाधान निकाल भी लेंगे। बहरहाल, कांग्रेस नेताओं की महत्वाकांक्षा की वजह से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष खड़ी हुई चुनौतियों पर बारीक निगाह डालती दयानंद राय की रिपोर्ट।